15 अगस्त 1947, वह दिन था जब भारत को ब्रिटिश राज से आज़ादी मिली और इस प्रकार एक नए युग की शुरुआत हुई जब भारत के मुक्त राष्ट्र के रूप में उठा। स्वतंत्रता दिवस के दिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र, भारत के जन्म का आयोजन किया जाता है और भारतीय इतिहास में इस दिन का अत्यंत महत्व है। यह दिन हमारी आज़ादी का जश्न मनाने और उस सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर होता है जिन्होंने इस महान कारण के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। Read More
दिल्ली सरकार ने स्वतंत्रता दिवस और अन्य उत्सवों से पहले राष्ट्रीय राजधानी में चीनी मांझा या कांच-लेपित धागों की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। उल्लंघन करने वालों पर 1 लाख रुपये तक का जुर्माना और पांच साल की जेल होगी। ...
जम्मू-कश्मीर में इस बार सरकारी कर्मियों को अपने सोशल मीडिया अकांउंट पर तिरंगे के साथ डीपी लगाने का आदेश दिया गया है। साथ ही स्वतंत्रता दिवस समारोह में उनकी उपस्थिति अनिवार्य करने के भी निर्देश जारी किए गए हैं। ...
'मेरी माटी, मेरा देश' कार्यक्रम अपने देश, अपनी मातृभूमि के लिए श्रद्धा, आदर एवं अपनापन के भाव से प्रेरित है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत, प्रत्येक विकास खंड और नगरीय निकाय से पावन मिट्टी लेकर 'अमृत कलश' तैयार किया जाएंगे। ...
हो सकता है कि अभी आप मेरी उम्मीद से सहमत न हों लेकिन वह दिन दूर नहीं जब पूरी दुनिया में रहने के लिए सबसे ज्यादा मुफीद जगह के रूप में हिंदुस्तान को पसंद किया जाएगा। ...
सम्मेलन का आयोजन एसएनडीटी महिला विश्वविद्यालय, मुंबई के नव स्थापित भारतीय ज्ञान, संस्कृत और योग केंद्र द्वारा उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ और हिंदुस्तानी प्रचार सभा, मुंबई के सहयोग से किया गया था। ...
पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के शिबनिबास गांव में 18 अगस्त को इसलिए स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है क्योंकि आजादी के समय हुए बंटवारे में यह गांव पूर्वी पाकिस्तान यानी आज के बांग्लादेश में चला गया था। इस गांव के भारत में वापस शामिल होने की घोषणा 17 अगस्त ...
आजादी के अमृत महोत्सव पर उत्तर प्रदेश द्वारा 70 से अधिक जेलों में बंद 136 कैदियों को रिहा कर दिया गया है। हालांकि रिहाई की सूची में 400 कैदी शामिल थे, जिनमें से 136 की रिहाई पर सहमति बनी। ...