मैड्रिड: दुनिया के दूसरे नंबर के टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल ने कहा है कि उन्हें विकल्प दिया जाए तो वह इस सत्र को पूरा रद्द कर देंगे ताकि 2021 में टेनिस बेहतर तरीके से शुरू हो सके। अब तक 19 ग्रैंडस्लैम जीत चुके 33 वर्ष के नडाल ने कहा कि उन्हें इस साल टेनिस की बहाली की उम्मीद थी लेकिन कोरोना वायरस महामारी के चलते अब यह संभव नहीं लग रहा।
उन्होंने स्थानीय मीडिया को दिये इंटरव्यू में कहा,‘‘मैं अगले साल के लिये तैयार रहना चाहता हूं। मुझे इस सत्र के बाकी टूर्नामेंटों की बजाय अगले साल के ऑस्ट्रेलियाई ओपन की चिंता है। यह साल तो समझो चला ही गया। अगले साल के लिये उम्मीद कर सकते हैं।’’
नडाल ने कहा कि विदेश यात्रा पर लगी पाबंदियों के कारण महामारी के बीच टेनिस की सुरक्षित तरीके से बहाली संभव नहीं है। उन्होंने कहा,‘‘मैं झूठ नहीं बोलना चाहता लेकिन लग रहा है कि हमारे करियर का एक साल चला गया। अब मैं 33-34 साल का हूं और बहुत समय रह नहीं गया है।’’
उन्होंने यह भी शिकायत की कि स्पेन में टेनिस खिलाड़ियों की अभ्यास पर वापसी को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी उन्हें पता नहीं चल रहा है कि लॉकडाउन में ढील दिये जाने के बाद वह क्लब में अभ्यास कर सकते हैं या नहीं।
नडाल और फेडरर ने की थी महिला-पुरुष टेनिस के विलय की मांग
इससे पहले नडाल ने रोजर फेडरर के साथ मिलकर महिला और पुरुष टेनिस के विलय का सुझाव दिया था। डब्ल्यूटीए के संस्थापक बिली जीन किंग, रोजर फेडरर और रफेल नडाल ने पुरुषों के एटीपी और महिला टेनिस के डब्ल्यूटीए के विलय का सुझाव देते हुए दोनों पेशेवर टेनिस टूर को एक संगठन के अंतर्गत लाने की बात कही।
पुरुषों में 20 ग्रैंडस्लैम जीतने का रिकार्ड बना चुके फेडरर ने सबसे पहले इसे लेकर ट्वीट किया था । उन्होंने कहा था ,‘‘ मैं हैरान हूं कि क्या मैं ही ऐसा सोचता हूं कि महिला और पुरूष टेनिस को एक करने का समय आ गया है।’’
19 ग्रैंडस्लैम जीत चुके नडाल ने कहा था,‘‘मैं रोजर फेडरर से पूरी तरह सहमत हूं। दुनिया भर में छाये इस संकट से निकलते ही यह कदम उठाना सराहनीय होगा।'