Telangana CM Swearing-In Ceremony Updates: तेलंगाना के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री अनुमुला रेवंत रेड्डी ने गुरुवार को राज्य के नए सीएम के रूप में शपथ ली। 56 वर्षीय नेता का शपथ ग्रहण समारोह दोपहर विशाल एलबी स्टेडियम में आयोजित किया गया। रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद के एलबी स्टेडियम में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन ने शपथ दिलाई।
टीम रेवंत रेड्डी: आज शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची-
भट्टी विक्रमार्क मल्लू - उपमुख्यमंत्री
नालामाडा उत्तम कुमार रेड्डी
सी दामोदर राजनरसिम्हा
कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी
दुद्दिला श्रीधर बाबू
पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी
पूनम प्रभाकर
कोंडा सुरेखा
डी अनसूया सीताक्का
तुम्मला नागेश्वर राव
जुपल्ली कृष्णा राव
गद्दाम प्रसाद कुमार।
राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने रेवंत रेड्डी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मल्लू बी. विक्रमार्क ने तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। मंत्री पद की शपथ लेने वाले विधायकों में एन. उत्तम कुमार रेड्डी, सी. दामोदर राजनरसिम्हा, कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी शामिल हैं।
वर्ष 2014 में गठित राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में भट्टी विक्रमार्क मल्लू ने भी शपथ ली। राज्यपाल सुंदरराजन ने गद्दाम प्रसाद कुमार को तेलंगाना विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में पद की शपथ भी दिलाई। आज सुबह हैदराबाद पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे।
मंच पर पार्टी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद रहे। इस मौके पर हिस्सा लेने के लिए कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार भी हैदराबाद पहुंचे। शपथ ग्रहण समारोह से पहले डीके शिवकुमार ने कहा कि हम गारंटी लागू करेंगे। हमने जो भी कहा है, हम उसके लिए प्रतिबद्ध हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में रेवंत रेड्डी के शपथ ग्रहण समारोह से पहले लोक कलाकारों ने हैदराबाद के एलबी स्टेडियम के बाहर प्रदर्शन किया।
2014 में तेलंगाना के गठन के बाद रेड्डी वहां के पहले कांग्रेसी मुख्यमंत्री होंगे। केसीआर के बाद शपथ लेने वाले राज्य के दूसरे मुख्यमंत्री हैं। हाल के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को हराकर 119 में से 64 सीट जीती हैं। बीआरएस को 39 सीटों से संतोष करना पड़ा। रेड्डी ने लोगों को इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए खुला निमंत्रण दिया।
कार्यक्रम में करीब एक लाख लोग शामिल हुए। शपथ ग्रहण समारोह में अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार के शामिल हुए।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले रेड्डी पहले कुछ समय के लिए बीआरएस (तब तेलंगाना राष्ट्र समिति) में रह चुके हैं। वह 2006 में जिला परिषद चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीते थे। वह 2007 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अविभाजित आंध्र प्रदेश में विधान परिषद में निर्वाचित हुए। रेड्डी तेलुगुदेशम पार्टी (तेदेपा) में शामिल हो गए थे।
पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के करीबी थे। उन्होंने 2009 में तेदेपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता था और 2014 में तेलंगाना के अलग राज्य बनने पर भी उन्होंने चुनाव में जीत दर्ज की थी। वह 2018 के विधानसभा चुनाव में बीआरएस उम्मीदवार से हार गए थे। उन्होंने तेदेपा छोड़कर 2017-18 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उपस्थिति में दिल्ली में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी।
रेड्डी 2019 के लोकसभा चुनाव में तेलंगाना की मल्काजगिरि संसदीय सीट से कांग्रेस सांसद के रूप में निर्वाचित हुए। रेड्डी को 2021 में कांग्रेस में ‘जूनियर’ नेता होने के बावजूद प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। रेड्डी कड़ी चुनौतियों के बावजूद कांग्रेस को सफलता दिलाने की मशक्कत करते रहे और इस साल मई में कर्नाटक चुनाव के बाद कांग्रेस को नई ऊर्जा मिली।