नई दिल्ली: तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने इस बार कांग्रेस की कमान संभाली हुई है और लगभग पूरा चुनाव पार्टी ने उनके नेतृत्व में लड़ा है। इसी के साथ पार्टी ने नारा दिया था, 'बाय, बाय केसीआर' और 'केटीएम'। इस बात को कांग्रेस ने एक बड़ी मुद्दा बनाया। सबसे अहम बात यह रही कि इस बार वाईएसआर शर्मीला ने मौके की नजाकत को देखते हुए कांग्रेस का समर्थन का ऐलान कर दिया था।
साल 2017 में टीडीपी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। रेवंत की पत्नी गीता रेड्डी पूर्व केंद्रीय मंत्री जयपाल रेड्डी की बेटी हैं। रेवंत रेड्डी पहले ही कह चुके हैं कि उनकी मुख्य लड़ाई केसीआर से है। उन्हें पार्टी की ओर से माना जा रहा है कि वो पार्टी के सीएम पद के उम्मीदवार भी हो सकते हैं। कांग्रेस ने तो सबसे ज्यादा प्रहार केटीएम में किया और कहा कि इससे राज्य में निर्माण कम, पार्टी के पास रुपये ज्यादा पहुंचा।
रेवंत रेड्डी इस बार कामारेड्डी सीट से ताल ठोक रहे हैं। वो इस बार केसीआर यानी सीएम चंद्रशेखर राव के सामने चुनाव लड़ रहे थे। उन्हें 10886 और केसीआर को 8301 वोट प्राप्त हुए हैं। चुनाव आयोग के रुझानों के अनुसार, तेलंगाना में कांग्रेस 59 सीट से आगे चल रही है। जिसके मद्देनजर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी सांसद राहुल गांधी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी के पोस्टर पर दूध डालाकर जश्न मनाया।