Telangana Assembly Elections 2023: देश के दक्षिणी राज्यों में अपनी जीत का सिलसिला आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) शासित तेलंगाना में 64 विधानसभा सीटों पर रविवार को जीत हासिल की और पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया।
वहीं, देश के हिंदी भाषी राज्यों में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस को दो राज्यों (राजस्थान और छत्तीसगढ़) में सत्ता से बाहर कर दिया और एक राज्य (मध्य प्रदेश) में अपनी सत्ता बरकरार रखी। कांग्रेस ने मई में तेलंगाना के पड़ोसी राज्य कर्नाटक में भाजपा को करारी शिकस्त देकर अपनी सरकार बनाई थी। तेलंगाना में, बीआरएस के लगभग 10 वर्ष से चले आ रहे शासन पर रविवार को विराम लग गया।
मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखऱ राव (केसीआर) ने अपने पद से इस्तीफा तक दे दिया, जिसे राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन ने स्वीकार कर लिया। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के अनुसार, 119 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनावों में बीआरएस ने 39 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि पिछले विधानसभा चुनाव (2018) में वह 101 सीटों पर विजयी रही थी।
कांग्रेस ने 118 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और 64 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि इसके सहयोगी दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने एक सीट पर जीत दर्ज की। वहीं, असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने अपनी सातों सीटें बरकरार रखी हैं।
कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने तेलंगाना की राज्यपाल सौंदर्यराजन से मुलाकात की और राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा कि नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों की बैठक मंगलवार सुबह होगी।
शिवकुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज, हमारे प्रभारी महासचिव (कांग्रेस के) माणिकराव ठाकरे, प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष, पूर्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष और हमारे सभी एआईसीसी पर्यवेक्षकों के नेतृत्व में, हमने (तेलंगाना की) राज्यपाल से मुलाकात कर (राज्य में) सरकार बनाने का दावा पेश किया।’’
प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख ए. रेवंत रेड्डी (57) राज्य में मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं। उन्होंने राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की और शपथ ग्रहण समारोह के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की, जो चार या नौ दिसंबर को होने की संभावना है। रेड्डी ने कांग्रेस को मिले जनादेश का स्वागत किया, जबकि बीआरएस ने हैट्रिक सुनिश्चित करने में अपनी विफलता पर निराशा व्यक्त की।
रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा,"यह लोगों का जनादेश है। हमें विश्लेषण करने की जरूरत नहीं है। सब कुछ ठीक रहने से ही आपको जादुई आंकड़ा हासिल होगा। स्पष्ट बात यह है कि जनता बदलाव चाहती थी। जनता केसीआर (मुख्यमंत्री राव) को हराना चाहती थी और उन्होंने हरा दिया।''
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और केसीआर के बेटे के. टी. रामा राव ने कहा कि विधानसभा चुनाव के परिणाम 'निराशाजनक' हैं लेकिन वह 'दुखी' नहीं हैं। उन्होंने कहा,"बीआरएस को सरकार चलाने के लिए लगातार दो कार्यकाल देने के लिए तेलंगाना के लोगों का आभारी हूं। आज के नतीजे से दुखी नहीं हूं, लेकिन निश्चित रूप से निराश हूं क्योंकि यह हमारे लिए उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा। लेकिन हम इसे एक सीख के रूप में लेंगे।’’