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VoIP टेक्नॉलॉजी के जरिए भारत में घुसपैठ की तैयारी में आतंकी संगठन, जानिए क्या है ये तकनीक

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 16, 2020 11:25 IST

जम्मू कश्मीर सरकार ने कहा सीमा पार से घुसपैठ के लिए आतंकवादी लगातार प्रयास कर रहे हैं। कैडरों को फिर सक्रिय करने तथा ना केवल कश्मीर खंड में बल्कि जम्मू खंड के भी कुछ इलाके में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की कोशिश हो रही है।

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ठळक मुद्देवीओआईपी इंटरनेट आधारित फोन सर्विस है। पिछले साल जम्मू कश्मीर के संबंध में संवैधानिक बदलाव के मद्देनजर कुछ बंदिशें लगायी गयीं।

जम्मू कश्मीर सरकार ने कहा कि आतंकी संगठन भारत में घुसपैठ की साजिश को अंजाम देने और कश्मीर में अपने साथियों को फिर से सक्रिय करने के लिए कूट मोबाइल संवाद और वॉइस ऑन इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी) का इस्तेमाल कर रहे हैं। सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह यह एक साबित तथ्य है।उन्होंने कहा, ‘‘आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए वॉइस ऑन इंटरनेट प्रोटोकॉल तथा इनक्रिप्टेड (कूट) मोबाइल संवाद का प्रयोग करते हुए और विभिन्न सोशल मीडिया अनुप्रयोगों के जरिए सीमा पार से घुसपैठ के लिए आतंकवादी लगातार प्रयास कर रहे हैं। कैडरों को फिर सक्रिय करने तथा ना केवल कश्मीर खंड में बल्कि जम्मू खंड के भी कुछ इलाके में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की कोशिश हो रही है।’’वीओआईपी इंटरनेट आधारित फोन सर्विस है। कंसल ने कहा कि पिछले साल जम्मू कश्मीर के संबंध में संवैधानिक बदलाव के मद्देनजर कुछ बंदिशें लगायी गयीं। उन्होंने कहा, लैंडलाइन और मोबाइल टेलीफोन, एसएमएस सेवा पूरी तरह चालू है। जम्मू खंड में फिक्सड लाइन ब्रॉडबैंड सुविधा कायम है, जबकि कश्मीर खंड में आम लोगों, छात्रों आदि की सुविधा के लिए 844 ई-टर्मिनल बनाए गए।पर्यटकों के लिए 69 विशेष काउंटर बनाए गए। जीएसटी रिटर्न्स और विभिन्न परीक्षाओं के लिए अलग अलग टर्मिनल बनाए गए। केंद्र शासित क्षेत्र के प्रशासन में योजना और विकास के प्रधान सचिव कंसल ने कहा कि आवश्यक सुविधाओं वाले विभागों सहित कई सरकारी विभागों और सरकारी अस्पतालों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट की सुविधा है।क्या है वीओआईपी?वीओआईपी के जरिए इंटरनेट टेलीफोनी साधारण कॉल की तुलना में काफी सस्ती होती है। इस सर्विस में ऐसा कोई नियम नहीं होता है कि किस कॉल के लिए कितनी रकम देनी है। इससे आप बेहद सस्ती दरों पर दुनिया में कहीं भी कॉल कर सकते हैं। बस इसके लिए सिर्फ आपको इंटरनेट की जरूरत है। लंबी दूरी पर बात करने के लिए इंटरनेट टेलीफोनी मोबाइल कॉल की तुलना में काफी सस्ती होती है। वीओआईपी के जरिए लंबी दूरी पर लंबी बात करने पर आप काफी बचत कर सकते हैं।

वीओआईपी एनालॉग वॉइस सिग्नल को डिजिटल डाटा में बदल देता है। इसके जरिए आप रियल टाइम टू वे कम्युनिकेशन कर सकते हैं। अगर आप स्मार्टफोन फोन से कॉल कर रहे हैं, तो कॉल सिग्नल दूसरे फोन पर पहुंचने से पहले ही कनवर्ट हो जाते हैं।(एजेंसी इनपुट के साथ)

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