लाइव न्यूज़ :

ओला ने ग्राहक से वसूले थे 1800 रुपये अधिक, उपभोक्ता फोरम ने ब्याज सहित राशि लौटाने और मानसिक क्षतिपूर्ति का दिया आदेश

By अभिषेक पारीक | Updated: July 12, 2021 17:46 IST

अपने अधिकारों के प्रति जागरूक एक नागरिक से ज्यादा राशि वसूलना ओला टैक्सी को महंगा पड़ गया है। उपभोक्ता फोरम के आदेश पर न सिर्फ ज्यादा वसूली राशि ब्याज सहित लौटानी पड़ी है, बल्कि मानसिक क्षति और वाद व्यय की राशि भी अदा करने के आदेश दिए गए हैं।

Open in App
ठळक मुद्देअपने अधिकारों के प्रति जागरूक एक नागरिक से ज्यादा राशि वसूलना ओला टैक्सी को महंगा पड़ गया है। उपभोक्ता फोरम ने ज्यादा वसूली राशि ब्याज सहित लौटाने और  मानसिक क्षति की राशि अदा करने के आदेश दिए हैं। ओला ने ग्राहक से तीन बार 600-600 रुपये की राशि ज्यादा वसूल की थी। 

अपने अधिकारों के प्रति जागरूक एक नागरिक से ज्यादा राशि वसूलना ओला टैक्सी को महंगा पड़ गया है। उपभोक्ता फोरम के आदेश पर न सिर्फ ज्यादा वसूली राशि ब्याज सहित लौटानी पड़ी है, बल्कि मानसिक क्षति और वाद व्यय की राशि भी अदा करने के आदेश दिए गए हैं। ओला की ओर से ग्राहक से एक बार नहीं बल्कि तीन-तीन बार 600 रुपए ज्यादा वसूले थे। इस मामले में करीब डेढ साल के बाद फैसला आया है। 

मामले के अनुसार, गोपी यादव ओला टैक्सी के जरिये नियमित रूप से यात्रा करते थे। ओला ने 2 सितंबर 2019 को एडिशनल टाइम फेयर के 600 रुपये अधिक वसूले थे। ई-मेल के जरिये जब यादव ने इसकी शिकायत कंपनी से की तो उन्हें कंपनी की ओर से अगली यात्रा में राशि कम करने का आश्वासन दिया गया। 

हालांकि इसके बाद भी कंपनी का ज्यादा राशि वसूलना जारी रहा। कंपनी ने यादव से 8 सितंबर 2019 और 2 अक्टूबर 2019 को भी 600-600 रुपये की अतिरिक्त राशि वसूली। यादव की ओर से शिकायत किए जाने पर हमेशा अगली बार राशि समायोजित करने का आश्वासन दिया गया। 

ओला टैक्सी के रवैये से गोपी यादव काफी परेशान हो गए। उन्होंने इस बारे में अपने अधिवक्ता दीपक बुंदेला से बात की और उपभोक्ता फोरम के समक्ष मामला पेश किया। 

 

उपभोक्ता फोरम ने सुनाया फैसला

उपभोक्ता फोरम ने इस मामले में हाल ही में फैसला सुनाया गया। फोरम ने ओला टैक्सी को गोपी से अतिरिक्त वसूले 1800 रुपए 6 फीसद ब्याज के साथ लौटाने का आदेश दिया है। साथ ही शिकायतकर्ता को मानसिक क्षतिपूर्ति के रूप में 1500 रुपये और वाद में खर्च 1500 रुपये अदा करने का भी आदेश दिया है। 

 

टॅग्स :मध्य प्रदेशओला
Open in App

संबंधित खबरें

भारतपंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की गतिविधियां आम आदमी के जीवन स्तर में सुधार लाने में देती हैं महत्वपूर्ण योगदान, मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भारतकानून की पकड़ से बच नहीं सकेगा कोई भी अपराधी, सीएम मोहन यादव बोले-कानून सबके लिए

भारतदिवंगत निरीक्षक स्व. शर्मा के परिजन को 1 करोड़ रुपये?, अंकित शर्मा को उप निरीक्षक के पद पर अनुकंपा नियुक्ति

कारोबारहैदराबाद के निवेशकों के साथ जोड़ने आए हैं नई डोर, सीएम मोहन यादव बोले- 36,600 करोड़ के निवेश प्रस्ताव, 27,800 रोजगार सृजित

क्राइम अलर्टकिशनगंज में देह व्यापार भंडाफोड़, मॉल में 2 लड़की से दोस्ती, नौकरी दिलाने का झांसा देकर बिशनपुर लाई, सिंगरौली की 23 वर्षीय युवती ने दलदल से भागकर बचाई जान

टेकमेनिया अधिक खबरें

टेकमेनियाक्या है संचार साथी? साइबर सिक्योरिटी ऐप जिसे सरकार क्यों चाहती है भारत के हर नए स्मार्ट फोन में हो इंस्टॉल

टेकमेनियाएक्टिव सिम के बिना नहीं चलेगा आपका WhatsApp, केंद्र ने साइबर क्राइम रोकने के लिए नए नियम जारी किए

टेकमेनियाक्या है क्लाउडफ्लेयर में रुकावट की वजह? जानिए एक्स, चैटजीपीटी और दूसरी लोकप्रिय वेबसाइटें क्यों हुईं डाउन?

टेकमेनियाX Down: एलन मस्क का एक्स उपयोगकर्ताओं के लिए हुआ डाउन, यूजर हुए परेशान

टेकमेनियागंभीर संकट परोस रहा है सोशल मीडिया