माइक्रोसॉफ्ट का वेब ब्राउजर जिसे इंटरनेट एक्सप्लोरर नाम से जानते हैं, जल्द ही बंद होने जा रहा है। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि वह साल 2021 से इंटरनेट एक्सप्लोरर और लिगेसी एज वर्जन को सपोर्ट देना बंद कर देगी। सपोर्ट बंद करने का मतलब ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि यूजर्स इंटरनेट एक्सप्लोरर को इस्तेमाल ही नहीं कर पाएंगे। सिर्फ माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से टेक्निकल सपोर्ट बंद किया जाएगा। मतलब किसी भी तरह का कोई अपडेट नहीं जारी किया जाएगा।
ये है बंद होने की वजहजिस तरह से अधिकतर स्मार्टफोन में वेब ब्राउजर क्रोम पहले से ही इंस्टाल मिलता है ठीक उसी तरह दुनिया के सभी विंडोज लैपटॉप और कंप्यूटर में इंटरनेट एक्सप्लोरर डिफॉल्ट यानी की पहले से ही इंस्टॉल्ड मिलता है। लेकिन सोचने वाली बात यह है कि इसका उपयोग सिर्फ 5 परसेंट लोग ही करते हैं।
लोग अपने कंप्यूटर में ब्राउजिंग के लिए गूगल क्रोम या मॉजिला फायरफॉक्स इंस्टॉल कर लेते हैं। जबकि कंपनी अपनी तरफ से वेब ब्राउजर इंटरनेट एक्सप्लोरर पहले से ही देती है।
ऐसे में कंपनी ने फैसला किया कि इंटरनेट एक्सप्लोरर को 30 नवंबर के बाद सपोर्ट देना बंद कर दिया जाएगा। जबकि लिगेसी एज वर्जन को मार्च 2021 के बाद कोई अपडेट नहीं मिलेगा।
25 साल का रहा सफरइंटरनेट एक्सप्लोरर को माइक्रोसॉफ्ट ने 16 अगस्त 1995 को रिलीज किया था। इसको विंडोज 95 के साथ एड ऑन पैकेज प्लस के तहत पेश किया गया था। एक बड़ा संयोग ये भी है कि इसी साल भारत में इंटरनेट के 25 साल पूरे हुए हैं और इसी मौके पर इंटरनेट एक्सप्लोरर भी दुनिया को अलविदा कहने की तैयारी में है।
आएगा क्रोमियम बेस्ड एज ब्राउजरमाइक्रोसॉफ्ट ने इसी साल जनवरी में क्रोमियम बेस्ड एज ब्राउजर का प्रीव्यू जारी किया है। इस ब्राउजर को मई 2021 तक सभी के लिए जारी कर दिया जाएगा। क्रोमियम आधारित माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर विंडोज के साथ-साथ मैकओएस को भी सपोर्ट करता है। इसे डाउनलोड करके आप लिगेसी वर्जन को रिप्लेस कर सकते हैं।
इस नए ब्राउजर को लेकर कंपनी की तरफ से इसकी स्पीड और परफॉर्मेंस को लेकर बड़े-बड़े दावे किए गए हैं। इसमें इनबिल्ट प्राइवेसी और सिक्योरिटी मिलेगी।