वाशिंगटन: मेटा के संस्थापक मार्क जकरबर्ग ने एलन मस्क के ट्विटर को चुनौती देते हुए नया एप थ्रेड के नाम से बाजार में उतार दिया है। जानकारी के अनुसार थ्रेड भी ट्विटर की तरह टेक्स्ट-बेस्ड कन्वर्सेशन ऐप है और इसके बाजार में आने से ट्विटर को खासा धक्का लगने की उम्मीद जताई जा रही है।
एपल स्टोर पर मौजूद थ्रेज के फीचर्स के बारे में बात करें तो जिस तरह से यूजर ट्विटर के जरिये संदेशों का आदान-प्रदान करते हैं, ठीक उसी तरह थ्रेड के जरिये भी यूजर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से थ्रेड्स में लॉग इन कर सक सकते हैं।
चूंकि यह इंस्टाग्राम के जरिये लॉगइन होगा इस कारण यूजर इस प्लेटफॉर्म पर इंस्टाग्राम के फॉलोअर्स उन्हें थ्रेड पर भी फॉलो कर सकेंगे। मेटा ने थ्रेड ऐप को एंड्रॉइड और आईओएस दोनों वर्जन के लिए बनाया है और इसे भी गूगल प्ले स्टोर या फिर एप्पल स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
इसके अलावा थ्रेड में यूजर बिल्कुल ट्विटर की तरह कम्युनिटीज करंट और ट्रेंडिंग दोनों टॉपिक्स पर चर्चा कर सकेंगे और इसके जरिए वो अपने फेवरेट क्रिएटर्स के साथ कनेक्ट हो सकते हैं। यूजर अपने आइडिया और ओपिनियन को थ्रेड पर शेयर कर सकते हैं, जैसा की वो ट्विटर पर करते रहे हैं। इसके साथ ही थ्रेड ऐप यूजर की फाइनेंशियल जानकारी और कॉन्टेक्ट डेटा कलेक्शन अपने पास करेगा और हो सकता है कि यह कई यूजर को पसंद न आये। लेकिन ये थ्रेड का इनबिल्ट सिस्टम के जरिये होगा।
थ्रेड में पोस्ट की लिमिट 500 वर्ड्स दी जा रही है, जबकि ट्विटर में 280 वर्ड की लिमिट है। इसके अलावा थ्रेड में पांच मिनट तक के वीडियो लिंक, या फोटो को भी एड किया जा सकता है। जानकारी के अनुसार मेटा प्रोजेक्ट 92 के तहत जनवरी से ही इंस्टाग्राम ऐप के जरिये थ्रेड को विकसित कर रहा था।
थ्रेड में दिये गये फीचर्स से साफ है कि इसे ट्विटर के विकल्प के तौर पर पेश किया गया है और यह सीधे तौर पर जकरबर्ग की ओर से मस्क को तगड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि जानकार थ्रेड को ट्विटर के क्लोन बता रहे हैं। ऐसे में साफ है कि थ्रेड ऐप से ट्विटर को सीधी चुनौती मिलेगी।
जहां तक ट्विटर का सवाल है तो वह काफी लंबे समय से तरह-तरह के बदलाव से गुजर रहा है और इसके कारण ट्विटर यूजर्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मेटा के नये थेड्र एप से ट्विटर की मुश्किलें और भी बढ़नी तय मानी जा रही हैं।