नाइजीरिया में माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर को अनिश्चितकाल के लिए बैन कर दिया गया है। जिसके बाद भारतीय माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ने कहा है कि वह नाइजीरिया में भी उपलब्ध है और अब नाइजीरिया में अपने मार्केट के विस्तार के लिए तैयार है। कू ने नाइजीरिया में नई स्थानीय भाषाएं जोड़ने की भी इच्छा जताई है।
कू के सह-संस्थापक और सीईओ अप्रमेय राधाकृष्ण ने कहा कि यह कू का मंच अब नाइजीरिया में भी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि हम स्थानीय भाषाएं जोड़ने पर विचार कर रहे हैं। हमारा मंच नाइजीरिया के बाजार में विस्तार के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि कू अपने परिचालन वाले देशों में स्थानीय कानूनों का पूरी तरह अनुपालन करेगी।
पिछले साल शुरू हुआ था कू
पिछले साल ही अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावत ने कू की शुरुआत की थी। इसके जरिये यूजर्स को अपनी बात कहने और भारतीय भाषाओं के साथ जुड़ने का अवसर मिलता है। देश में कू हिंदी, तेलुगु और बंगाली सहित कई अन्य भारतीय भाषाओं में भी उपलब्ध है।
आत्मनिर्भर एप इनोवेशन चैलेंज जीता
वहीं पिछले साल अगस्त में आयोजित आत्मनिर्भर एप इनोवेशन चैलेंज में भी कू एप विजेता रहा था। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से कू एप के इस्तेमाल का आह्वान किया था। उसके बाद से ही कू तेजी से चर्चा में आया।
ट्विटर को इसलिए झेलना पड़ा बैन
गौरतलब है कि ट्विटर को नाइजीरिया में अनिश्चित काल के लिए बैन कर दिया गया है। यह कदम ट्विटर द्वारा नाइजीरिया के राष्ट्रपति मुहम्मदु बुहारी की पोस्ट को हटाने के बाद उठाया गया है। राष्ट्रपति बुहारी ने अपनी इस पोस्ट में क्षेत्रीय अलगाववादी ताकतों को दंडित करने की बात कही थी।