एंड्रॉयड यूजर्स हो जाएं अलर्ट! आपके स्मार्टफोन में मौजूद इस ऐप में आया खतरनाक वायरस, 10 करोड़ से ज्यादा बार हो चुका डाउनलोड
By जोयिता भट्टाचार्या | Published: August 30, 2019 03:38 PM2019-08-30T15:38:03+5:302019-08-31T10:51:19+5:30
Google के Play Store में मौजूद इस एंड्रॉयड ऐप में खतरनाक वायरस मैलवेयर पाया गया है। इस पॉपुलर ऐप को यूजर्स ने 10 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया है। अगर आप भी अपने मोबाइल में इस ऐप का इस्तेमाल करते हैं तो तुरंत डिलीट कर दें।
गूगल प्ले स्टोर हमेशा अपने ऐप पर फेक ऐप्स और वायरस वाले ऐप्स पर कड़ी नजर रखता है। आए दिन खबर आती है कि Google Play Store से कई ऐप्स को वायरस के चलते डिलीट किया गया है। लेकिन इसके बावजूद अभी भी कई ऐसे ऐप्स गूगल के प्ले स्टोर में मौजूद है जो वायरस की चपेट में है। इसी के तहत एक पॉपुलर ऐप कैमस्कैनर (CamScanner) को गूगल प्ले स्टोर से रिमूव कर दिया गया है।
बता दें कि इस एंड्रॉयड ऐप (Android App) के जरिए आप किसी फोटो को डॉक्यूमेंट में कंवर्ट कर सकते हैं। इसके साथ ही आप इस ऐप के जरिए फोटो को PDF फाइल में कंवर्ट कर सकते हैं। इसकी वजह से यह ऐप यूजर्स के बीच काफी पॉपुलर है।
अगर आप अपने स्मार्टफोन CamScanner ऐप का इस्तेमाल करते हैं तो अलर्ट हो जाएं। साइबर सिक्योरिटी कैसपर्सस्की (kaspersky) के रिसर्चर्स ने अपने ब्लॉग पोस्ट में यूजर्स को चेतावनी दी है। रिसर्चर्स ने बताया कि फोन बेस्ट PDF क्रिएटर कैमस्कैनर ऐप में मैलेवेयर पाया गया है। ऐप के लेटेस्ट वर्जन में मैलिशल मॉड्यूल Trojan.Dropper.AndroidOS.Necro.n पाया गया है।
यह ऐप यूजर्स की परमिशन के बिना डिवाइस में मैलवेयर इंस्टॉल करता है जो कि बैंकिंग डीटेल्स चुराता है। साथ ही ये फेक विज्ञापन करवाने और फेक सब्सक्रिप्शंस के लिए यूजर्स को नोटिफिकेशन भेजता था। रिसर्चर्स के मुताबिक इस ऐप के नए वर्जन के साथ मिलने वाला मैलिशस मॉड्यूल 'Trojan Dropper'है। यानी कि मैलेवेयर को एक डिलवरी मैकेनिज्म की तरह एक मकसद से डिजाइन किया गया है।
यूजर्स की चुराता है बैंक डीटेल्स
ये मैलेवेयर यूजर्स के स्मार्टफोन में मौजूद बैंक डीटेल को चुराते हैं। साथ ही यूजर्स को फेक विज्ञापन पर क्लिक करवाले जैसे काम करते हैं। ऐप में खामी का पता लगाने वाले Kaspersky टीम के रिसर्चर्स को इससे पहले चीनी स्मार्टफोन के कुछ ऐप्स में Trojan.Dropper.AndroidOS.Necro.n मैलवेयर पहले से इंस्टॉल मिला था।
ऐप के एक वर्जन में यह मैलवेयर स्पॉट करने और गूगल से इसे रिपोर्ट करने के बाद App को गूगल प्ले स्टोर से रिमूव कर दिया गया है। रिसर्चर्स ने रिपोर्ट किया है कि कैमस्कैनर ने लेटेस्ट वर्जन में यह मैलवेयर मॉड्यूल हटा दिया है लेकिन अलग-अलग डिवाइसेज पर अलग-अलग वर्जन मिल सकते हैं। साथ ही इनमें से कई में मैलिशयस कोड मौजूद हैं।
ऐसे में यह ऐप किसी भी फोन के लिए खतरा हो सकता है। इससे बचने के लिए इस ऐप को तुरंत फोन से अनइंस्टॉल कर दें। बता दें कि ये ऐप प्ले स्टोर की पॉपुलर ऐप्स में से एक है, जिसे 10 करोड़ से ज़्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है।
10 करोड़ से ज्यादा हुआ डाउनलोड
कैमस्कैनर नाम का यह ऐप गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) से 10 करोड़ से जयादा बार डाउनलोड हो चुका है। इस ऐप का इस्तेमाल कई यूजर्स करते हैं। इस ऐप में मौजूद मैलवेयर से यूजर को विज्ञापन नजर आते थे। साथ ही ये फेक विज्ञापन करवाने और फेक सब्सक्रिप्शंस के लिए यूजर्स को नोटिफिकेशन भेजता था।