नई दिल्ली, 9 अप्रैल: महिला टेबल टेनिस द्वारा एक दिन पहले ही इतिहास रचने के बाद 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स के पांचवें दिन मेंस टीम ने भी गोल्ड मेडल पर कब्जा जमा लिया। भारतीय मेंस टेबल टेनिस टीम ने सोमवार को फाइनल में नाइजीरिया को 3-0 से हराया। भारतीय पुरुष टेबल टेनिस टीम ने 2006 के बाद से 12 साल बाद कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना पहला गोल्ड मेडल जीता है।
फाइनल के पहले मैच में शरत अचंता ने नाइजीरिय के बोड अबिओडुन को 4-11, 11-5, 11-4, 11-9 से हराया। इसके बाद दूसरे सिंग्ल्स में भी भारत के साथियान ग्नासेकरन ने जीत का क्रम जारी रखा और सेगुन टोरिओला को मात दी। साथियान ने 10-12, 11-3, 11-3, 11-4 से जीत दर्ज की। इसके बाद तीसरे मुकाबले में हरमीत देसाई और साथियान ग्रनासेकरन की जोड़ी ने नाइजीरियाई ओलाजिडे ओमेटाओ और बोडे अबिओडुन को 11-8, 11-5, 11-3 से हराते हुए भारत की झोली में गोल्ड डाल दिया।
इस जीत के साथ ही भारत के अब 9 गोल्ड मेडल हो गए हैं। भारत अब तक 4 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज के साथ 18 मेडल जीत चुका है। इससे पहले रविवार को महिला टेबल टेनिस टीम ने फाइनल में सिंगापुर को हराकर इतिहास रचा था। महिला टेबल टेनिस इसके साथ ही पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल अपने नाम करने में कामयाब रही। बता दें कि भारतीय महिला टीम 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में भी पहुंचने में कामयाब रही थी। हालांकि, तब उसे हार का सामना करना पड़ा। (और पढ़ें- CWG 2018: हिना सिद्धू ने जीता सिल्वर, पर पंजाब सरकार से नाराज हो गए पिता)