Vijayadashami 2024 Upay: दशहरा के दिन कर लें सिर्फ ये 5 उपाय, धन, जमीन, रोग, परिवार से जुड़ी हर परेशानी होगी दूर
By रुस्तम राणा | Updated: October 11, 2024 14:05 IST2024-10-11T14:05:52+5:302024-10-11T14:05:52+5:30
Dussehra 2024 Upay: हिंदू धर्म में दशहरे को अबूझ मुहूर्त भी माना जाता है, अर्थात इस दिन किए गए कार्यों में जातकों को विजय प्राप्त होती है। ऐसी भी मान्यता है कि इस दिन किए गए कुछ उपायों से अनेक प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।

Vijayadashami 2024 Upay: दशहरा के दिन कर लें सिर्फ ये 5 उपाय, धन, जमीन, रोग, परिवार से जुड़ी हर परेशानी होगी दूर
Vijayadashami 2024 Upay: विजयादशमी हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इसे दशहरा के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म में दशहरे को अबूझ मुहूर्त भी माना जाता है, अर्थात इस दिन किए गए कार्यों में जातकों को विजय प्राप्त होती है। धार्मिक मान्यता है कि विजया दशमी के दिन रावण के पुतले का दहन किया जाता है। इसी दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध कर लंका पर विजय पाई थी। वहीं इसी दिन माँ दुर्गा ने महिषासुर का वध कर देवलोक को उसके आतंक से मुक्त कराया था। ऐसे में इस त्योहार को अधर्म पर धर्म की और असत्य पर सत्य की जीत के रूप में मनाया जाता है। इसके अलावा इस दिन शस्त्र पूजा का भी विधान है। ऐसी भी मान्यता है कि इस दिन किए गए कुछ उपायों से अनेक प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।
दशहरा पर्व से जुड़े कुछ विशेष उपाय
1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दशहरा पर्व के दिन जया और विजया देवी की उपासना की जाती है। इस विशेष दिन पर अगर नीलकंठ के दर्शन होते हैं तो इसे शुभ संकेत माना जाता है। साथ ही इस दिन रावण दहन के बाद गुप्त दान को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है।
2. मान्यता है कि आर्थिक समस्याओं से मुक्ति के लिए दशहरा पर्व के दिन झाड़ू का दान जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से विशेष लाभ मिलता है। इसके साथ दशहरा के दिन देवी माता के सामने रखी गई जयंती को काटकर अपने माथे या कान के पर रखना चाहिए। इससे भी लाभ मिलता है।
3. विद्या प्राप्त कर रहे छात्रों के लिए विजयादशमी का दिन विशेष होता है। छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति के लिए पुस्तक पर जयंती रखना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से एकाग्रता और बुद्धि में विकास होता है व शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलती है।
4. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दशहरा के दिन नारियल को लाल वस्त्र में लपेटकर जनेऊ से बांधना चाहिए और श्री राम मंदिर में रख देना चाहिए। ऐसा करने से कार्य और व्यापार क्षेत्र में उन्नति प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
5. दशहरा पर्व के दिन शमी के वृक्ष की पूजा जरूर करनी चाहिए। इस दिन संध्या काल में शमी के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाने से सौभाग्य में वृद्धि होती है और सुख-समृद्धि का आगमन होता है।