Solar Eclipse: 15 साल पहले क्रिसमस के अगले दिन लगा था सूर्य ग्रहण, तब इस तबाही से मारे गये थे दो लाख से ज्यादा लोग
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 25, 2019 13:15 IST2019-12-25T12:57:57+5:302019-12-25T13:15:29+5:30
Solar Eclipse 2019: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस बार का सूर्य ग्रहण बेहद खास होने जा रहा है। साल 1962 के बाद ये पहली बार होगा जब ग्रहण के समय धनु राशि में एक साथ 6 ग्रह (सूर्य, चंद्रमा, शनि, बुध, बृहस्पति, केतु) का योग बनेगा।

Solar Eclipse: सूर्य ग्रहण पर 15 साल पहले आई थी तबाही
Solar Eclipse: 26 दिसंबर को लगने जा रहे साल के आखिरी सूर्य ग्रहण को भारत समेत दुनिया के कई हिस्सों में इस बार देखा जा सकेगा। हालांकि, ग्रहण दिखने का प्रतिशत जगह के हिसाब से अलग-अलग होगा। खास बात ये भी है कि यह सूर्य ग्रहण 2004 में इसी तारीख को आई सूनामी के 15 साल पूरे होने के मौके पर लग रहा है।
साल 2004 में भी क्रिसमस के अगले दिन सूर्य ग्रहण लगा था और तब दुनिया ने सूनामी का भी कहर देखा था। भारत समेत कई देशों में सूनामी का असर दिखा और करीब दो लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार बिरला साइंस प्लेनेटेरियम के डायरेक्टर डॉक्टर बीजी सिद्धार्त ने बताया, 'इस सूर्य ग्रहण को लेकर कुछ संयोग हैं क्योंकि ये 26 दिसंबर को पड़ रहा है। इसी दिन 2004 में पूर्ण सूर्य ग्रहण लगा था और सूनामी भी आई थी जिसका असर तमिलनाडु तक दिखा। देश के कुछ तटीय हिस्सों में इस मौके पर हाई टाइड देखने को मिल सकता है लेकिन इससे ज्यादा कुछ नहीं होगा। मछुआरों और दूसरे लोगों को सावधान रहने और समुद्र या नदी के बीच नहीं जाने को कहा गया है।'
Surya Grahan LIVE Stream: सूर्य ग्रहण ऑनलाइन भी देखें
यह सूर्य ग्रहण भारत में देखा जा सकता है। ये वलयाकार सूर्य ग्रहण है। वलयाकार सूर्य ग्रहण दरअसल उसे कहते हैं जब चंद्रमा की छाया पृथ्वी पर तो पड़ती है लेकिन सूर्य का बाहरी गोलाकार हिस्सा दिखता रहता है। ऐसे में सूर्य कुछ समय के लिए किसी छल्ले की तरह नजर आता है। सूर्य ग्रहण को हमेशा नंगी आंखों से देखने से बचना चाहिए। वैसे इस आप ऑनलाइन स्ट्रिमिंग की मदद से देख सकते हैं।
Solar Eclipse: सूर्य ग्रहण का इस बार कैसा होगा असर
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस बार का सूर्य ग्रहण बेहद खास होने जा रहा है। साल 1962 के बाद ये पहली बार होगा जब ग्रहण के समय धनु राशि में एक साथ 6 ग्रह (सूर्य, चंद्रमा, शनि, बुध, बृहस्पति, केतु) का योग बनेगा। इस ग्रहण के राशियों पर भी व्यापक और लंबे समय तक नजर आने वाले प्रभाव दिख सकते हैं। दुनिया को राजनीतिक उथल-पुथल, प्राकृतिक आपदा मसलन भूकंप और अत्यधिक बर्फबारी सहित पेट्रोलियम कीमतों में वृद्धि और मंदी जैसे दूसरे कष्टप्रद प्रभाव का सामना करना पड़ सकता है।