Pradeep Mishra Controversy: कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने बरसाना में लाडली मंदिर की प्रमुख श्रीजी राधा रानी से माफी मांगी, आखिर क्या दिया बयान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 29, 2024 20:09 IST2024-06-29T20:08:16+5:302024-06-29T20:09:57+5:30
Pradeep Mishra Controversy: बरसाना में एक पंचायत में बृजभूमि के संतों ने घोषणा की थी कि भागवताचार्य प्रदीप मिश्रा ने अगर बरसाना के लाडली मंदिर में राधा रानी से क्षमा नहीं मांगी तो उन्हें ब्रजभूमि में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

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Pradeep Mishra Controversy: आध्यात्मिक कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने शनिवार को मथुरा जिले के बरसाना में लाडली मंदिर की प्रमुख श्रीजी राधा रानी से दंडवत होकर माफी मांगी । गोवर्धन के मुकुट मुखारविंद मंदिर के पूर्व रिसीवर रमाकांत गोस्वामी यह जानकारी दी। मथुरा के पालनहारे श्री कृष्ण और श्रीजी राधा रानी को लेकर विवादित बयान देने वाले कथावाचक प्रदीप मिश्रा द्वारा कहे गये अपशब्द पर शुरू हुए विरोध के बाद आज मिश्रा मथुरा पहुंचे जहां उन्होंने बरसाना बाली श्रीजी के मंदिर में पहुंचकर श्रीजी राधा रानी से दंडवत होकर नाक रगड़ते हुए माफी मांगी । राधा रानी पर प्रदीप मिश्रा की टिप्पणी ने बरसाना में संतों को नाराज कर दिया था, जिन्होंने उन्हें अपने बयान के लिए माफी मांगने या कार्रवाई का सामना करने की चेतावनी दी थी।
गोवर्धन के मुकुट मुखारविंद मंदिर के पूर्व रिसीवर और बरसाना की 'संत पंचायत' के संयोजक रमाकांत गोस्वामी ने कहा, "प्रदीप मिश्रा ने लाडली मंदिर की प्रमुख देवी राधा रानी से दंडवत मुद्रा में क्षमा मांगी।" गोस्वामी ने कहा, "अब मिश्रा का विरोध करने का अध्याय बंद हो गया है।"
मंदिर के अंदर भक्तों के एक बड़े वर्ग और पुलिस की मौजूदगी में एक भक्त के रूप में क्षमा मांगने के बाद, मिश्रा ने कहा कि वह देवी राधा रानी द्वारा बुलाए जाने पर यहां आए थे। कोसी कलां में एक प्रवचन में राधा रानी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले प्रदीप मिश्रा ने कहा, "मैंने राधा रानी और ब्रजवासियों से क्षमा मांगी है।"
तीन दिन पहले बरसाना में एक पंचायत में बृजभूमि के संतों ने घोषणा की थी कि भागवताचार्य प्रदीप मिश्रा ने अगर बरसाना के लाडली मंदिर में राधा रानी से क्षमा नहीं मांगी तो उन्हें ब्रजभूमि में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। यह माफी मांगे जाने पर प्रदीप मिश्रा का विरोध कर रहे हिंदूवादी नेताओं सहित धार्मिक और कथा वाचकों में काफी खुशी है क्योंकि इससे उनकी ओर श्रीजी की जीत हुई है ।