Paush Purnima 2021: आज पौष पूर्णिमा है। इस दिन गंगा सहित पवित्र नदियों में स्नान और दान करने का विशेष महत्व है। पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ करीब डेढ़ महीने तक चलने वाले माघ मेलाप्रयागराज में शुरू हो जाता है। इसे कल्पवास भी कहते हैं।
कल्पवास में संगम के तट पर रहकर वेदों का अध्ययन करना और ध्यान करने का खासा महत्व है। ऐसी मान्यता है कि कल्पवास मनुष्य के आत्मिक विकास का जरिया है। कहते हैं कि जो जातक कल्पवास करते हैं उनकी मनोकामना पूरी होती है और उन्हें जन्म-जन्मांतर के बंधनों से मुक्ति भी मिलती है।
Paush Purnima 2021: पौष पूर्णिमा पर गुरु पुण्य योग
इस बार पौष पूर्णिमा पर गुरु पुण्य योग, प्रीति योग, शुभ योग और स्वार्थसिद्धि अमृत योग बन रहा है। पूर्णिमा तिथि 27 जनवरी, बुधवार की रात में 12:32 बजे से शुरू हो गई है जो 28 जनवरी को रात 12:32 बजे तक रहेगी।
ऐसे में गुरुवार यानी आज ब्रह्म मुहूर्त से ही स्नान दान शुरू है। पौराणिक मान्यताओं में कहा गया है कि प्रयाग में कल्पवास करने वाले के लिए स्वर्ग का द्वार खुल जाता है।
Paush Purnima 2021: 28 जनवरी, पंचाग के अनुसार जानिए कब है राहुकाल
आज राहुकाल दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक का रहेगा। वहीं, यमगंड सुबह 6 बजे से 7.30 बजे तक का है। शुभ मुहूर्त की बात करें तो गुरु पुष्य योग सुबह 7 बजकर 11 मिनट से 29 जनवरी को 3 बजकर 51 मिनट तक का है।
ऐसे ही विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 22 मिनट से 03 बजकर 05 मिनट तक का रहेगा। अमृत काल रात को 09 बजकर 26 मिनट से 11 बजकर 2 मिनट तक का है। सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग पूरे दिन-रात रहेगा।