नागपुर: दस दिवसीय धम्म रैली शुक्रवार से, बौद्ध धम्म जन-जन तक पहुंचाना है उद्देश्य
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 4, 2019 08:13 AM2019-07-04T08:13:54+5:302019-07-04T08:13:54+5:30
वर्षावास के दौरान 16 जुलाई से 13 अक्तूबर तक देश में 5 जगह पर श्रामणेर का प्रशिक्षण दिया जाएगा. धम्मकाया फाउंडेशन ने थाईलैंड में भी प्रशिक्षण का आयोजन किया है.
बौद्ध धम्मोपदेश से समाज के स्तर को समृद्ध बनाने के उद्देश्य से नागपुर में 5 से 14 जुलाई तक धम्म रैली का आयोजन किया गया है. बौद्ध धम्म के जनक तथागत भगवान गौतम बुद्ध का मानव कल्याणकारी धम्म जन-जन तक पहुंचाने व बौद्ध समाज को शैक्षणिक, आर्थिक व धार्मिक दृष्टि से समृद्ध व संपन्न बनाने के उद्देश्य से धम्म रैली का आयोजन अनाथपिंडक परिवार व भिक्षुओं के सहयोग से किया जा रहा है.
रैली 5 जुलाई को सुबह 9 बजे तथागत बुद्ध विहार वैशालीनगर व भीमज्योति बुद्ध विहार बारसेनगर पांचपावली से प्रारंभ होगी. यह रैली नागपुर के साथ भंडारा का भ्रमण करेगी. इसमें लगभग डेढ़ सौ से अधिक श्रामणेर-श्रामणेरी शामिल होंगे. रैली में शामिल होने के लिए दस दिन का श्रामणेर व श्रामणेरी का प्रशिक्षण दिया गया. 200 से अधिक महिला-पुरुष व बालक-बालिका के श्रामणेर की दीक्षा लिए जाने की जानकारी धम्म रैली के समन्वयक पी. एस. खोब्रागड़े ने एक पत्र परिषद में दी.
पत्र परिषद में सुभाष हाडके, श्यामराव हाडके, साहबराव सिरसाट, भीमराव वैद्य, अमन कांबले, प्रभाकर तितरे, अरुण झोड़ापे, बबन चहांदे, हेमंत नंदेश्वर, दीपाली गाणार, मेघा हाडके, के.जेड. वाघमारे, देवीदास राऊत, सुधाताई कुंभलकर, घनश्याम धाबर्डे, देवेंद्र वाघमारे, राजीव झोड़ापे, डॉ. मनीष पाटिल, भीमराव गाणार, विनायक भालेकर, विवेक निकोसे, संजय मेश्राम, विलास देशभ्रतार आदि उपस्थित थे.
तीन महीने श्रामणेर का प्रशिक्षण
वर्षावास के दौरान 16 जुलाई से 13 अक्तूबर तक देश में 5 जगह पर श्रामणेर का प्रशिक्षण दिया जाएगा. धम्मकाया फाउंडेशन ने थाईलैंड में भी प्रशिक्षण का आयोजन किया है. इसके अलावा औरंगाबाद, यवतमाल व नागपुर में भी प्रशिक्षण दिया जाएगा.