भविष्य पुराण में दर्ज है नागों के जन्म से लेकर मृत्यु तक की कई रहस्यमयी और रोचक बातें, आप भी होंगे हैरान

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 2, 2019 11:22 AM2019-08-02T11:22:31+5:302019-08-02T11:22:31+5:30

नाग लंबे समय तक जीवित रहते हैं। भविष्य पुराण के अनुसार यदि नाग अकाल मृत्यु से बच जाए तो वह 120 साल तक जीवित रह सकते हैं।

Nag Panchami mysterious facts about Snakes according to Bhavishya Purana | भविष्य पुराण में दर्ज है नागों के जन्म से लेकर मृत्यु तक की कई रहस्यमयी और रोचक बातें, आप भी होंगे हैरान

भविष्य पुराण में जिक्र है सांपों से जुड़ी कई बातों का (फाइल फोटो)

Highlightsभविष्य पुराण में नागों से जुड़ी कई ऐसी बातें विस्तार से लिखी हैं जो हैरान करती हैंभविष्य पुराण में वर्णन के अनुसार सर्पिणी एक बार में 240 अंडे तक देती हैसांप के अंडे देखकर बताया जा सकता है कि किस अंडे से क्या निकलेगा

सांप और इंसानों का रिश्ता बहुत पुराना है। धर्म और आस्था की बात हो या फिर किस्से-कहानियों की, हमारी संस्कृति में सांपों की मौजूदगी हर जगह है। यही वजह भी है कि उनसे जुड़ी तमाम तरह की बातें और रहस्य आज भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी रहती हैं। भविष्य पुराण में भी नागों से जुड़ी कई ऐसी बातें विस्तार से लिखी हैं जो सांपों के बारे में कई खुलासे करती हैं।

भविष्य पुराण में राजा शतानीक और महर्षि सुमंतु के बीच वाद-संवाद के दौरान महर्षि की ओर से सांपों के विषय में कई जानकारियां दी हैं। आईए, जानते हैं सांपों से जुड़ी कुछ ऐसी ही बातें जिनका जिक्र भविष्य पुराण में किया गया है...

सांप क्या खा जाते हैं अपने अंडे?

भविष्य पुराण के अनुसार ज्येष्ठ और आषाढ़ मास में नाग मैथुन करते हैं। इसी समय सर्पिणी वर्षा ऋतु के चार महीने तक गर्भ धारण करती हैं। इसके बाद सर्पिणी कार्तिक के महीने में प्रसव यानी अंडे देती है। भविष्य पुराण में वर्णन के अनुसार सर्पिणी एक बार में 240 अंडे तक देती है। कुछ दिनों बाद उनमें से कुछ अंडे वह खुद ही खाने लगती है। इसी दौरान जो अंडे इधर-उधर लुढ़क जाते हैं या ईश्वरीय कृपा से जो अंडे सर्पिणी या सांप से दूर चले जाते हैं उन्हीं से सांपों का वंश बढ़ता है। 

भविष्य पुराण के अनुसार अगर सभी 240 अडों से सर्प निकलने लगे तो इस पृथ्वी पर सर्प ही सर्प हो जाएंगे। इसलिए, प्रकृति ने सर्पों को ऐसा बनाया है कि वे खुद अपने अंडे जरूरत पड़ने पर खाने लगते हैं। हालांकि, विज्ञान के अनुसार सांप अक्सर अपने उन्हीं अंडों को खाते हैं जिन्में से बच्चों के निकलने की संभावना नहीं होती है।

अलग-अलग प्रकार के होते हैं सांप के अंडे!

सांप के अंडे देखने में काफी आकर्षक होते हैं। भविष्य पुराण में बताया गया है कि सुनहरे रंग के समान आभा वाले अंडे से नाग का जन्म होता है जबकि लंबी रेखाओं वाले अंडों से नागिन का जन्म होता है। हल्के गुलाबी रंग के अंडों से नपुंसक साप की उत्पत्ति होती है। पुराणों के अनुसार अंडे से बाहर निकलने के केवल 7 दिन के अंदर संपोलो का रंग काला हो जाता है और 21 दिन में उनके विषदंत आ जाते हैं। यही नही, जन्म के 25 दिन के अंदर उनमें ऐसा विष हो जाता है कि वे किसी की जान तक ले सकते हैं। 

नाग लंबे समय तक जीवित रहते हैं। भविष्य पुराण के अनुसार यदि नाग अकाल मृत्यु से बच जाए तो वह 120 साल तक जीवित रह सकते हैं। यही नहीं, मनुष्य की तरह सांप के भी 32 दांत होते हैं। इनके चार विषैले दांत होते हैं जिनके नाम मकरी, कराली, कालरात्री और यमदूती हैं। भविष्य पुराण के अनुसार सर्प के काटने से जिनकी मृत्यु होती है वह अधोगति को प्राप्त करते हैं और अगले जन्म में बिना विष वाले सांप होते हैं।  

Web Title: Nag Panchami mysterious facts about Snakes according to Bhavishya Purana

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