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जरा संभलकर.. वक्री मंगल आज मीन राशि में कर चुका है प्रवेश, 7 राशियों के लिए है घातक

By गुणातीत ओझा | Updated: October 4, 2020 17:16 IST

मंगल को ज्योतिष शास्त्र में सेनापति माना गया है। मंगल समस्त साहसिक कार्य जैसे सेना, अग्निशमन सेवाएं, पुलिस आदि के साथ-साथ प्रशासनिक दक्षता का भी प्रतिनिधित्व करता है।

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ठळक मुद्देमंगल के अशुभ असर से बचने के लिए हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए।मंगल की चाल टेढ़ी होने से हर काम सोच-समझकर करना चाहिए। जल्दबाजी से बचना होगा।

नवग्रह के सेनापति मंगल 4 अक्टूबर को वक्री अवस्था में मेष राशि से मीन राशि में प्रवेश करेंगे। मंगल 24 दिसंबर तक मीन राशि में रहेंगे। इससे पहले मंगल 10 सितंबर को अपनी राशि मेष में वक्री हो गए थे। मंगल कुल 66 दिन वक्री रहेंगे । मंगल को साहस बल हिंसा क्रोध और कर्ज का कारक माना जाता है। मंगल  14 नवंबर को मार्गी होंगे। मीन राशि में मंगल की वक्री चाल की अवधि कुल 48 दिनों की रहेगी। मीन राशि जल तत्व की राशि है और यह बृहस्पति द्वारा शासित है। बृहस्पति और मंगल आपस में मित्र हैं। ग्रह का वक्री होना अच्छा नहीं माना जाता, ग्रह की मार्गी होना ही शुभ परिणाम देता है। मंगल के मीन राशि में प्रवेश करने से मीन राशि वालों को न लाभ होगा और न ही हानि। 

पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि मंगल को ज्योतिष शास्त्र में सेनापति माना गया है। मंगल समस्त साहसिक कार्य जैसे सेना, अग्निशमन सेवाएं, पुलिस आदि के साथ-साथ प्रशासनिक दक्षता का भी प्रतिनिधित्व करता है। मंगल अग्नि तत्व ग्रह होने के साथ-साथ एक उत्तेजनात्मक ग्रह भी है। मंगल का प्रभाव युद्ध, भूमि, साहस, पराक्रम और बिजनेस पर भी होता है। साथ ही ये ग्रह वैवाहिक जीवन, भौतिक सुख-सुविधाओं और सफलता को भी प्रभावित करता है।  मंगल के कारण प्राकृतिक आपदा के साथ अग्नि कांड भूकंप गैस दुर्घटना वायुयान दुर्घटना होने की संभावना।  पूरे विश्व में राजनीतिक अस्थिरता यानि राजनीतिक माहौल उच्च होगा। पूरे विश्व में सीमा पर तनाव शुरू हो जायेगा। मंगल की वजह से दुर्घटना होने की आशंका है। देश के कुछ हिस्सों में हवा के साथ बारिश रहेगी। भूकंप या अन्य तरह से प्राकृतिक आपदा आने की भी आशंका है।

मंगल का वक्री होना तुला और मकर राशि के लिए शुभ है। नौकरी और बिजनेस में खासा लाभ होगा। इसके अलावा कर्क, वृश्चिक और मीन राशियों को इससे कोई लाभ नहीं होगा। मेष, वृष, मिथुन, सिंह, कन्या, धनु और कुंभ राशि वालों के लिए समय अच्छा नहीं है और नौकरी , बिजनेस में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। थोड़ा संभलकर रहना होगा। कोई भी अच्छा कार्य करने से पहले सोच विचार कर लेना चाहिए। 

7 राशियों के लिए अशुभ समयवक्री मंगल के मीन राशि में आ जाने से मेष, वृष, मिथुन, सिंह, कन्या, धनु और कुंभ राशि वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जॉब और बिजनेस में संभलकर रहना होगा। तनाव और विवाद की स्थितियां बन सकती हैं। कामकाज में रुकावटें आ सकती हैं। धन हानि और सेहत संबंधी परेशानियां भी हो सकती हैं। कामकाज में लापरवाही और जल्दबाजी करने से भी बचना चाहिए।

तुला और मकर के लिए अच्छा समयज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि वक्री मंगल के मीन राशि में आ जाने से तुला और मकर राशि वालों के लिए अच्छा समय रहेगा। इन राशियों के लोगों को जॉब और बिजनेस में तरक्की के मौके मिल सकते हैं। कई मामलों में किस्मत का साथ मिलेगा। आर्थिक स्थिति में सुधार के योग हैं। सेहत के मामलों में भी समय अच्छा रहेगा। मंगल के प्रभाव से पुरानी परेशानियां और विवाद खत्म हो सकते हैं।

3 राशियों के लिए मिला-जुला समयवक्री मंगल के मीन राशि में आ जाने से कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वाले लोगों के लिए मिला-जुला समय रहेगा। कुछ मामलों में किस्मत का साथ मिल सकता है। फायदा भी होगा। लेकिन कामकाज में रुकावटें और अनचाहे बदलाव का भी सामना करना पड़ सकता है। सेहत के मामले में उतार-चढ़ाव वाला समय रहेगा।

वक्री यानी धीमी गति से चलनाकिसी भी ग्रह की चाल धीरे-धीरे कम होती है। जब वो ग्रह धीमी गति से चलता है और एक समय ऐसी स्थिति आ जाती है कि पृथ्वी से उस ग्रह को देखने पर लगता है कि वो पीछे की ओर चल रहा है। इस स्थिति को ही ग्रह का वक्री होना कहा जाता है। ज्योतिष में ग्रह की ऐसी स्थिति का भी विशेष फल बताया गया है।

मंगल से होते हैं विवाद और दुर्घटनाएं ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि मंगल के कारण उत्साह बढ़ने लगता है। इस ग्रह से शारीरिक ऊर्जा भी बढ़ती है। ज्योतिष में मंगल को ऊर्जा का कारक ग्रह कहा गया है। इस ग्रह के कारण ही इंसान में किसी भी काम को करने की इच्छा पैदा होती है। मंगल का असर हथियार, औजार, सेना, पुलिस और आग से जुड़ी जगहों पर होता है। इस ग्रह के अशुभ असर से गुस्सा बढ़ता है और विवाद होते हैं। इसलिए मंगल की चाल टेढ़ी होने से हर काम सोच-समझकर करना चाहिए। जल्दबाजी से बचना होगा। मंगल के अशुभ असर के कारण आम लोगों में गुस्सा और इच्छाएं बढ़ने लगती हैं। इच्छाएं पूरी नहीं होने पर लोग गलत कदम उठा लेते हैं। जिससे विवाद और दुर्घटनाएं होती हैं।

करें पूजा-पाठ और दानमंगल के अशुभ असर से बचने के लिए हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए। लाल चंदन या सिंदूर का तिलक लगाना चाहिए। तांबे के बर्तन में गेहूं रखकर दान करने चाहिए। लाल कपड़ों का दान करें। मसूर की दाल का दान करें। शहद खाकर घर से निकलें।

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