लाइव न्यूज़ :

Magh Purnima 2020: माघ पूर्णिमा 9 फरवरी को, भूलकर भी नहीं करने चाहिए इस दिन ये 7 काम

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 07, 2020 11:52 AM

Magh Purnima 2020: सावन और कार्तिक की तरह माघ माह को भी बेहद पवित्र माना गया है। माघ माह की समाप्ति पूर्णिमा तिथि के साथ होती है। इसे ही माघ पूर्णिमा कहा जाता है।

Open in App
ठळक मुद्देMagh Purnima 2020: इस बार 9 फरवरी को माघ पूर्णिमा, स्नान और दान का है महत्वमान्यताओं के अनुसार माघ पूर्णिमा को देवता भी स्नान करने धरती पर आते हैं

Magh Purnima 2020: हिंदू शास्त्रों में माघ माह का बहुत महत्व है। इस पूरे माह में पवित्र नदियों में स्नान और फिर दान देने की परंपरा है। इस माह के आखिरी दिन को माघ पूर्णिमा कहा गया है। माघ माह की अमावस्या (मौनी अमावस्या) की तरह माघ पूर्णिमा तिथि को भी बहुत पुण्यदायी कहा गया है।

मान्यता है कि इस मौके पर देवता धरती पर आते हैं और पवित्र संगम में रूप बदलकर स्नान करते हैं। इस बार माघ पूर्णिमा 9 फरवरी (रविवार) को है।

इसके बाद हिंदी कैलेंडर के हिसाब से साल के आखिर माह फाल्गुन की शुरुआत हो जाएगी। माघ के पूर्णिमा तिथि की शुरुआत  8 फरवरी को ही शाम 4.01 बजे से हो रही है। इसका समापन 9 फरवरी को दोपहर 1.02 बजे हो रहा है। इसलिए सूर्योदय के लिहाज से माघ पूर्णिमा का व्रत 9 फरवरी को ही किया जाएगा।

यह दिन बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए कुछ खास बातों का जरूर ख्याल रखा जाना चाहिए। कुछ ऐसे कार्य हैं, जिसे माघ पूर्णिमा के दिन नहीं किया जाए तो बेहतर होगा। आईए जानते हैं इस बारे में...

1. इस दिन अपने घर को जरूर साफ रखें। किसी भी प्रकार की गंदगी घर में नहीं हो। इस बात का ध्यान रखें। खासकर पूजा स्थल पर साफ-सफाई रहनी बहुत जरूरी है।

2. माघ पूर्णिमा के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए। इस दिन सूर्योदय से पहले उठे और पवित्र नदी में स्नान करें। अगर नदी की ओर से जाना संभव नहीं है तो घर में भी स्नान कर सकते हैं। इसके बाद पूजा-पाठ करें।

3. माघ पूर्णिमा पर बाल, नाखून आदि नहीं काटने चाहिए। शेविंग करने से भी बचें। पूरे दिन ऐसा करना वर्जित होता है।

4. माघ पूर्णिमा पर काले वस्त्र धारण नहीं करें। ये अशुभ है। पीले, उजले या अन्य रंगों का प्रयोग कर सकते हैं।

5. इस दिन किसी को भी भला-बुरा नहीं करें। नाराजगी को खुद से दूर रखें। घर में भी किसी प्रकार का कलह नहीं करें अन्यथा शांति भंग हो सकती है।

6. इस दिन घर के बड़े-बुजुर्गों का भी अपमान नहीं करें। इससे पितरों की नाराजगी आपको झेलनी पड़ सकती है।

7. माघ पूर्णिमा का दिन पूजा-पाठ और ध्यान का होता है। इसलिए इस दिन संभोग करने से बचें। मन को सात्विक चीजों में लगाएं।

टॅग्स :माघ मेलामौनी अमावस्याधार्मिक खबरेंपूर्णिमा
Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठLord Shiva: भोलेनाथ के अचूक 'शिव महिम्न: स्तोत्र' के पाठ से होती है सुखों की प्राप्ति, जानिए इस पाठ की महिमा

पूजा पाठLord Ganesh: गणपति क्यों करते हैं मूसक की सवारी, क्या है भगवान गणेश के दिव्य वाहन की कथा, जानिए यहां

पूजा पाठHanuman Jayanti 2024: पंचमुखी हनुमान के पूजन से दूर होता है भय, बढ़ता है आत्मविश्वास, जानिए रुद्रावतार के इस महास्वरूप की कहानी

पूजा पाठLord Shiva: अविनाशी शिव को क्यों कहते हैं त्रिलोचन, क्या है भगवान भोलेनाथ के 'त्रिनेत्र' की कथा, जानिए यहां

पूजा पाठSankata Mata Vrat Katha: करें हर शुक्रवार मां संकटा की आराधना, होगी हर मनोकामना पूर्ण

पूजा पाठ अधिक खबरें

पूजा पाठMohini Ekadashi 2024: मोहिनी एकादशी व्रत कल, इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से मिटते हैं सारे पाप

पूजा पाठParshuram Dwadashi 2024: क्यों मनाई जाती है परशुराम द्वादशी, क्या है इसका महत्व, जानें इसकी तिथि और समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 18 May 2024: आज आर्थिक फैसले लेते समय बरतें सावधानी, धन खर्च होने की संभावना

पूजा पाठआज का पंचांग 18 मई 2024: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठLord PARSHURAM: भगवान परशुराम ने स्वयं किसी का विध्वंस नहीं किया बल्कि पितृ स्मृतियों के वशीभूत होकर दुष्टों का वध किया