Krishna Janmashtami 2025: भगवान कृष्ण जन्म उत्सव का दिन?, भूलकर भी ना कीजिए ये 3 काम

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 16, 2025 03:51 IST2025-08-16T03:51:02+5:302025-08-16T03:51:02+5:30

Krishna Janmashtami 2025: जन्माष्टमी आस्था और भगवान कृष्ण के जन्म के उत्सव का दिन है जिसे मुख्य रूप से अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र द्वारा चिह्नित किया जाता है।

Krishna Janmashtami 2025 live 16 august Follow these 5 things bring good luck not 3 things even mistake celebration of Lord Krishna's birth | Krishna Janmashtami 2025: भगवान कृष्ण जन्म उत्सव का दिन?, भूलकर भी ना कीजिए ये 3 काम

Krishna Janmashtami 2025

HighlightsKrishna Janmashtami 2025: मन, शरीर और आत्मा के तीनों स्तंभों से शुद्ध करने में मदद मिलती है।Krishna Janmashtami 2025: पीले और सुनहरे कपड़े में लपेटकर घर की तिजोरी में रख सकते हैं।Krishna Janmashtami 2025: मन, शरीर और आत्मा की भलाई का आशीर्वाद मिलता है।

Krishna Janmashtami 2025: कृष्ण जन्माष्टमी, जिसे जन्माष्टमी या गोकुलाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू परंपरा के सबसे प्रतिष्ठित त्योहारों में से एक है, जिसे पूरे भारत में बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। यह विशेष दिन भगवान विष्णु के आठवें अवतार, भगवान कृष्ण के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। 2025 में कृष्ण जन्माष्टमी सोमवार, 16 अगस्त को मनाई जा रही है। यह त्योहार रीति-रिवाजों, कथाओं और परंपराओं का एक जीवंत मिश्रण है जो समुदायों को एक साथ मिलकर आनंदमय उत्सव मनाने के लिए प्रेरित करता है। जन्माष्टमी आस्था और भगवान कृष्ण के जन्म के उत्सव का दिन है जिसे मुख्य रूप से अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र द्वारा चिह्नित किया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 16 अगस्त 2025 को पड़ रहा है।

यहां कुछ बातें बताई गई हैं जिनका आपको श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाते समय ध्यान रखना चाहिए:

-अपने कर्मों को संरेखित करें: अपने दैनिक जीवन में हम अक्सर जाने-अनजाने में कुछ ऐसे कार्य कर बैठते हैं जो शास्त्रों के अनुसार सही नहीं होते हैं। जन्माष्टमी के दिन, कोई भी 'एक श्लोकी भागवत' का कम से कम 33 बार और आदर्श रूप से 1008 बार जाप कर सकता है और इससे मानव शरीर को मन, शरीर और आत्मा के तीनों स्तंभों से शुद्ध करने में मदद मिलती है।

-वित्तीय प्रचुरता के लिए मोर पंख अर्पित करें: भगवान कृष्ण को मोर पंख अर्पित करना उनका आशीर्वाद पाने और घर में वित्तीय प्रचुरता और समृद्धि लाने का एक शानदार तरीका है। जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण को 21 मोर पंख चढ़ाएं और फिर राधा अष्टमी तक उन्हें घर के मंदिर में रख दें। राधा अष्टमी के बाद इन्हें पीले और सुनहरे कपड़े में लपेटकर घर की तिजोरी में रख सकते हैं।

-शंख शंख से लड्डू गोपाल को सुगंधित जल चढ़ाएं: शंख शंख से लड्डू गोपाल को सुगंधित जल चढ़ाने से रिश्ते में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। इससे सभी के साथ संबंध बेहतर होते हैं और व्यक्ति की चुंबकीय आभा बढ़ती है। इसके अलावा, इससे ऊर्जा की आभा में भी वृद्धि होती है और व्यक्ति को मन, शरीर और आत्मा की भलाई का आशीर्वाद मिलता है।

-वैजयंती फूल और बीज माला चढ़ाएं: वैजयंती माला भगवान कृष्ण को प्रिय है और इसे जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण को चढ़ाने से व्यक्ति को भरपूर स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है। भगवान कृष्ण को 1 वैजयंतीमाला अर्पित कर सकते हैं और बाद में इसे गले में भी पहन सकते हैं। इससे व्यक्ति में लड़ने की भावना और दृढ़ संकल्प में सुधार होता है।

-जरूरतमंदों को शिक्षण सामग्री दान करें: जरूरतमंद शिक्षार्थियों को शिक्षण सामग्री जैसे किताबें, पेन, नोटबुक और अन्य शिक्षण सामग्री दान करने से व्यक्तिगत जीवन में शिक्षा और नौकरियों में समस्याएं दूर हो जाती हैं। यदि कोई ऐसा करने में सक्षम नहीं है, तो वह श्रमदान भी कर सकता है और स्वयंसेवक के रूप में जरूरतमंदों को अपना कौशल प्रदान कर सकता है।

Krishna Janmashtami 2025: कृष्ण जन्माष्टमी पर क्या न करें?

-लहसुन, प्याज, मांसाहार, शराब और अन्य तामसिक भोजन से बचें।

-वाणी, कर्म या विचार से किसी को दुख न पहुंचाएं।

-आप उपवास कर रहे हैं तो कैफीन आधारित पेय से बचें, क्योंकि शरीर में असंतुलन पैदा होगा।

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