Karwa Chauth 2025: सरगी करने का सही समय क्या? जानें करवा चौथ व्रत के दौरान क्या करें, क्या न करें
By अंजली चौहान | Updated: October 7, 2025 14:24 IST2025-10-07T14:24:49+5:302025-10-07T14:24:57+5:30
Karwa Chauth 2025: अगर आप इस वर्ष करवा चौथ पर व्रत रखने की योजना बना रहे हैं, तो ये टिप्स आपके काम आएंगे।

Karwa Chauth 2025: सरगी करने का सही समय क्या? जानें करवा चौथ व्रत के दौरान क्या करें, क्या न करें
Karwa Chauth 2025: महिलाओं द्वारा अपने पति के लिए रखा जाने वाला करवा चौथ व्रत 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा। यह हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि के लिए करवा माता की पूजा करती हैं और साथ ही अपने पति की लंबी आयु और उत्तम स्वास्थ्य के लिए निर्जला व्रत भी रखती हैं।
करवा चौथ पर सरगी क्यों खाई जाती है?
सरगी इस परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह भोर से पहले का एक विशेष भोजन होता है, जिसे सास अपनी बहू को उपहार में देती है। यह भोजन न केवल प्रतीकात्मक माना जाता है, बल्कि पूरे दिन व्रत के दौरान ऊर्जा बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
हालाँकि, इस भोजन को ग्रहण करने का एक विशिष्ट मुहूर्त होता है।
करवा चौथ 2025: सरगी मुहूर्त
करवा चौथ पर ब्रह्म मुहूर्त (रात्रि का समय) सुबह 4:40 बजे से 5:30 बजे तक रहेगा। इस दौरान आप सरगी में शामिल चीज़ों का सेवन कर सकती हैं।
करवा चौथ 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस वर्ष करवा चौथ 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का प्रारंभ - 9 अक्टूबर को रात्रि 10:54 बजे।
कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 10 अक्टूबर को शाम 7:38 बजे समाप्त होगी।
इस दिन चंद्रमा शाम 7:42 बजे उदय होगा।
व्रत रखने वाली महिलाओं के लिए क्या करें और क्या न करें
काले और सफेद रंग पहनने से बचें: करवा चौथ पर आपको लाल, गुलाबी और पीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए। इस दिन काला या सफेद पहनना अशुभ माना जाता है।
कैंची, सुई या चाकू के इस्तेमाल से बचें: इस शुभ दिन पर कैंची, सुई और चाकू जैसी नुकीली वस्तुओं का इस्तेमाल करने से बचें। ऐसा माना जाता है कि इन वस्तुओं का उपयोग करने से व्रत का फल कम हो जाता है।
सफेद रंग का दान न करें: व्रत के दिन सफेद रंग की कोई भी वस्तु दान नहीं करनी चाहिए। चंद्रमा जैसी दिखने वाली वस्तु भी नहीं देनी चाहिए। यानी चावल, दूध, दही या सफेद रंग की कोई भी वस्तु किसी को भी देने से बचना चाहिए।