Ganesh Chaturthi 2025: मुंबई से लेकर कर्नाटक तक..., भगवान गणेश के ये अद्भुत मंदिर, गणेश चतुर्थी के मौके पर दर्शन करने से होगी मनोकामना पूरी
By अंजली चौहान | Updated: August 21, 2025 15:28 IST2025-08-21T15:27:21+5:302025-08-21T15:28:32+5:30
Ganesh Chaturthi 2025: दस दिनों तक चलने वाला यह उत्सव विघ्नहर्ता और हाथी के सिर वाले भगवान गणेश के जन्मोत्सव का प्रतीक है। इस वर्ष गणेश चतुर्थी 26 अगस्त से शुरू होकर 6 सितंबर को गणेश विसर्जन के साथ समाप्त होगी।

Ganesh Chaturthi 2025: मुंबई से लेकर कर्नाटक तक..., भगवान गणेश के ये अद्भुत मंदिर, गणेश चतुर्थी के मौके पर दर्शन करने से होगी मनोकामना पूरी
Ganesh Chaturthi 2025: इस वर्ष गणेश चतुर्थी 2025 का पर्व 27 अगस्त, बुधवार को मनाया जाएगा। यह त्योहार भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में पूरे भारत में बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इस दौरान, देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित गणेश मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना और भव्य उत्सवों का आयोजन होता है।
अगर आप गणेश चतुर्थी पर अद्भुत और आध्यात्मिक अनुभव लेना चाहते हैं, तो भारत के इन 10 गणेश मंदिरों की यात्रा का प्लान बना सकते हैं:
1- सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई, महाराष्ट्र
मुंबई में स्थित यह मंदिर भारत के सबसे लोकप्रिय गणेश मंदिरों में से एक है। गणेश चतुर्थी के दौरान यहां लाखों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर अपनी भव्यता और वास्तुकला के लिए जाना जाता है।
2- दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर, पुणे, महाराष्ट्र
पुणे शहर के मध्य में स्थित यह मंदिर अपनी भव्य गणेश मूर्ति और उत्सवों के लिए प्रसिद्ध है। गणेश चतुर्थी के समय यहां विशेष सजावट और महाआरती का आयोजन किया जाता है।
3- अष्टविनायक मंदिर, महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में भगवान गणेश के आठ स्वयंभू (स्वयं प्रकट) मंदिरों का समूह अष्टविनायक के नाम से जाना जाता है। इनमें से कुछ प्रमुख मंदिर हैं:
- मोरेश्वर मंदिर, पुणे: यह अष्टविनायक मंदिरों में से सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।
- बल्लालेश्वर मंदिर, रायगढ़: यह एकमात्र अष्टविनायक मंदिर है जिसका नाम गणेश के भक्त के नाम पर रखा गया है।
- चिंतामणी मंदिर, पुणे: यह मंदिर भक्तों की चिंताओं को दूर करने के लिए प्रसिद्ध है।
4- उच्ची पिल्लयार मंदिर, तिरुचिरापल्ली
लगभग 273 फीट की ऊँचाई पर एक विशाल किले के ऊपर स्थित, यह प्रसिद्ध भगवान गणेश मंदिर वास्तुकला, भूगोल और भक्ति का एक अनूठा संगम है। रॉकफोर्ट मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध, भक्तों को मूर्ति तक पहुँचने के लिए 400 से ज़्यादा पत्थर से बनी सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं। बीच रास्ते में भगवान शिव को समर्पित श्री थायुमानस्वामी मंदिर स्थित है।
5- खजराना गणेश मंदिर, इंदौर, मध्य प्रदेश
इंदौर का यह मंदिर 1735 में मराठा रानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा बनवाया गया था। मंदिर की दीवारों और गर्भगृह के बाहरी गेट पर चांदी का काम किया गया है, जो इसकी भव्यता को और बढ़ाता है।
6- मोती डूंगरी गणेश मंदिर, जयपुर, राजस्थान
जयपुर की एक छोटी पहाड़ी पर स्थित यह मंदिर अपनी अनूठी वास्तुकला और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए जाना जाता है। गणेश चतुर्थी के दौरान यहां विशेष जन्मोत्सव का आयोजन होता है।
7- कनिपकम विनायक मंदिर, चित्तूर, आंध्र प्रदेश
यह मंदिर अपनी स्वयंभू गणेश मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है, जिसके बारे में कहा जाता है कि इसका आकार लगातार बढ़ रहा है। गणेश चतुर्थी के दौरान यहां ब्रह्मोत्सव का आयोजन होता है।
8- रणथंभोर गणेश मंदिर, राजस्थान
राजस्थान के सवाई माधोपुर में स्थित यह मंदिर रणथंभोर किले के अंदर है। यह भारत के उन कुछ मंदिरों में से एक है, जहां भगवान गणेश को पत्र और निमंत्रण भेजे जाते हैं।
9- खैराताबाद गणपति, हैदराबाद, तेलंगाना
यहां हर साल गणेश चतुर्थी के लिए विशाल गणेश मूर्ति स्थापित की जाती है, जो अपनी ऊंचाई और भव्यता के लिए जानी जाती है।
10- डोडा गणपति मंदिर, बेंगलुरु, कर्नाटक
बेंगलुरु में स्थित इस मंदिर में भगवान गणेश की 18 फीट ऊंची और 16 फीट चौड़ी विशाल मूर्ति है, जो एक ही पत्थर से बनाई गई है।