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क्रिसमस स्पेशल: जानिए क्रिसमस के दिन आखिर क्यों पहनते हैं लाल कपड़े

By धीरज पाल | Updated: December 25, 2018 11:09 IST

हर धर्म में रंगों का अपना एक महत्व होता है। ऐसे में कई रंग क्रिसमस के साथ पारंपरिक रूप से जुड़े हैं।

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क्रिसमस उपहारों, खुशियों, आपसी मेल-जोल का त्योहार है। साल के अंत में पड़ने वाले इस पर्व को विश्वभर में लोग बड़ी धूम-धाम से मनाते हैं। उपहारों, रंग-बिरंगी रोशनियों, क्रिसमस ट्री, क्रिसमस ट्री से मार्केट सज जाता है। इस मौके पर चमकते-धमकते चर्च में कई समारोह का आयोजन भी किया जाता है। नए-नए कपड़े पहनते हैं और मिलने पर लोग एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाइयां देते हैं।

लेकिन क्या आपने गौर किया है कि बड़े शहरों से लेकर छोटे शहरों में क्रिसमस के वाले दिन अधिकतकर लोग लाल रंग के कपड़े और लाल रंग की टोपी लगाते हैं। आखिर में प्रश्न उठता हैं कि लाल ही क्यों? जब हमने इस विषय पर कई लोगों से जानकारी मांगी तो अक्सर लोगों का जवाब था कि सांता क्लॉज लाल कपड़े पहनते हैं इसलिए हम भी पहनते हैं। आइए जानते हैं क्या है लाल कपड़े पहनने की स्टोरी... 

क्रिसमस के रंग और उनके मायने

क्रिसमस को रंगों त्योहार भी माना जाता है। लाल, हरा, और गोल्ड ऐसे रंग है जो क्रिसमस के साथ पारंपरिक रूप से जुड़े हैं। ये महत्वपूर्ण रंग पश्चिमी/उत्तरी यूरोपियन परंपराओं और रीति से लिए गए हैं। आइए जानते हैं इन रंगों के मायने के बारे में...

सदाबहार पौधों की निशानी है 'हरा' रंग

तस्वी: Wikimedia Commons

सदाबहार पौधें, जैसे, होली, आइवी और मिस्टलटो जैसे सदाबहार पौधे का इस्तेमाल हजारों साल से सर्दियों के दौरान घर सजाने के लिए किया जाता है। ये पौधे हमेशा याद दिलाते रहते थे कि जल्द ही वसंत आ जाएगा और यह सर्दियां जल्द ही खत्म हो जाएंगी!

जनवरी के दौरान रोम वालों ने शुभ संकेत के रूप में सदाबहार शाखाओं का आदान-प्रदान किया। सर्दियों में पड़ने वाले त्योहान के दौरान मिस्त्र के लोग अपने घरों में खजूर के पौधे लगाते थे।

इसके अलावा मध्य यूग के दौरान यूरोप के कई हिस्सों में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर पैराडाइज प्ले यानी नाटकों का आयोजन किया जाता था। वे बाइबल में लिखी ऐसी कहानियों को लेते थे जो कोई नहीं पढ़ा हो। नाटक के दौरान एक बगीचा में पैराडाइज ट्री का एक पेड़ होता है जिसमें लाल सेब लदे होते थे। तब से लेकर आज तक क्रिसमस पर हरे रंग का इस्तेमाल होता है। 

यीशु के खून से संबंधित है 'लाल' रंग

तस्वीर : flickr

जैसा कि ऊपर बताया गया है कि क्रिसमस पर लाल रंग का इस्तेमाल पैराडाइज ट्री पर सेब था। वे नाटकों में एडम के पतन का प्रतिनिधित्व करते थे। लाल भी होली बेरीज ( एक प्रकार का सदाबहार पौधा) का रंग है, लाल क्रूस पर मृत्यु के समय यीशु के रक्त को भी दर्शाता है। बिशप के वस्त्रों का रंग भी  लाल है ये सेंट निकोलस द्वारा पहना जाता है और उसके बाद भी सांता की वर्दी बन गई!

सूर्य और प्रकाश का प्रतीक है 'गोल्ड' रंग 

तस्वी: Wikimedia Commons

गोल्ड सूर्य और प्रकाश का रंग है, सर्दियों में दोनों ही बहुत महत्वूर्ण रखते हैं। क्रिसमस के मौके पर हमेशा गोल्ड रंग का स्टार क्रिसमस ट्री पर लटकता देखा होगा। बच्चों को स्टार काफी पसंद होते हैं क्योंकि हमेशा वे चमचमाते रहते हैं। गोल्ड यीशू द्वारा दिए जाने वाले उपहारों में से एक था।  

टॅग्स :क्रिसमसइंडिया
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