तेजस्वी को मिल गई बिहार की गद्दी! ट्रेंड कर रहा 'CM ऑफ बिहार'
By गुणातीत ओझा | Published: November 9, 2020 09:18 PM2020-11-09T21:18:53+5:302020-11-09T21:33:07+5:30
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे कल 10 नवंबर को आने वाले हैं। लेकिन महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव आज से ही सोशल मीडिया पर ' CM ऑफ बिहार' के नाम से ट्रेंड करने लगे हैं।
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे कल 10 नवंबर को आने वाले हैं। लेकिन महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव आज से ही सोशल मीडिया पर ' CM ऑफ बिहार' के नाम से ट्रेंड करने लगे हैं। दरअसल, तेजस्वी यादव का आज 31वां जन्मदिन है और कल बिहार चुनाव की मतगणना है। ऐसे में तेजस्वी समर्थक आज से ही उन्हें राज्य का सीएम बताने में लग गए हैं। वैसे एग्जिट पोल के अनुमानों की मानें तो बिहार में महागठबंधन सरकार के वापसी की भविष्यवाणी पहले ही की जा चुकी है। सभी एग्जिट पोल के नतीजों ने बिहार में महागठबंधन को जीतता दिखाया है।
अगर कल यह सच साबित हुआ तो इसमें कोई शक नहीं है कि बिहार की सत्ता पर एक बार फिर महागठबंधन का परचम लहराएगा। एक सत्य यह भी है कि महागठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता। एग्जिट पोल के नतीजों के बाद जहां विपक्षी महागठबंधन के खुशी का ठिकाना नहीं है। वहीं एनडीए के खेमें में सन्नाटा छाया हुआ है। लेकिन एनडीए ने एग्जिट पोल के नतीजों को सिरे से खारिज कर दिया है। साथ ही जदयू के कई नेताओं का कहना है कि असली परिणाम 10 नवंबर को सभी को चौंका देगा।
बहरहाल हम बात कर रहे थे तेजस्वी यादव के चुनावी नतीजों से पहले ही सीएम बन जाने की। बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर तेजस्वी यादव के भावी सीएम वाले पोस्टर लग गए हैं। पटना की सड़कों पर तेजस्वी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं। कई पोस्टर में उन्हें बिहार का भावी सीएम बताया गया है। सोशल मीडिया पर 'CM ऑफ बिहार' ट्रेंड कर रहा है। तेजस्वी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भी हैं। महागठबंधन की बिहार चुनाव में विजय होती है तो तेजस्वी का सीएम बनना तय है। तेजस्वी ने पूरे प्रचार के दौरान रोजगार और बदलाव का मुद्दा उठाया था। उनके कोर वोटर के साथ-साथ युवा वोटरों का भी समर्थन उन्हें मिलता दिखाई दे रहा है।
अब बात करते हैं जदयू की। जदयू के नेता महिलाओं और ईबीसी वोटरों में नीतीश कुमार की लोकप्रियता को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। जदयू के बिहार के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा है कि 2005 में किसी ने नहीं कहा था कि नीतीश कुमार वापसी करने वाले हैं। 2010 में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी की गई थी। 2015 में एग्जिट पोल भाजपा की सरकार बना रहे थे। इसलिए हमारे पास एग्जिट पोल पर भरोसा नहीं करने के कई कारण हैं।
कोई कुछ भी कहे बिहार विधानसभा चुनाव के कल आने वाले नतीजों में एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। कल दोपहर तक बिहार के सियासी भविष्य की तस्वीर साफ हो जाएगी। तय हो जाएगा कि बिहार में कौन भारी है।