लाइव न्यूज़ :

महाशिवरात्रि पर काशी में निकलेगी शिव बारात, होगा बाबा विश्वनाथ का विवाह, देखिए भोले की भक्ति में डूबे बनारस शहर को

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: March 1, 2022 14:24 IST

वाराणसी में टेढ़ी नीम स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत कुलपति तिवारी के आवास पर बाबा विश्वनाथ के विवाह की सैंकड़ों वर्षों पुरानी परम्परा को भेलोनाथ के भक्त निभाएंगे।

Open in App
ठळक मुद्देबाबा विश्वनाथ बाघंबर स्वरूप धारण करके दूल्हा बनेगे और माता गौरी के साथ भक्तों को दर्शन देंगेआज से काशी की पंचकोशी परिक्रमा भी शुरू हो जाएगीपूरे सावन काशी की गलियों में 'हर हर महादेव' का जयघोष गूंजेगा

वाराणसी: महाशिवरात्री पर काशी 'हर हर महादेव' के जयघोष से गुंजायमान है। महादेव का शहर वाराणसी आज भोलेनाथ की बारात निकालने में व्यस्त है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शिवरात्रि के दिन ही देवों के देव महादेव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था।

वाराणसी में टेढ़ी नीम स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत कुलपति तिवारी के आवास पर बाबा विश्वनाथ के विवाह की सैंकड़ों वर्षों पुरानी परम्परा को भेलोनाथ के भक्त निभाएंगे।

इस अवसर पर बाबा विश्वनाथ बाघंबर स्वरूप धारण करके दूल्हा बनेगे और माता गौरी मंगला के साथ भक्तों को दर्शन देंगे। शुभ मुहूर्त में आज भोले का विवाह संपन्न होगा और इसी के साथ काशी की पंचकोशी परिक्रमा भी आज से शुरू हो जाएगी। अब पूरे सावन काशी की गलियों में 'हर हर महादेव' का  जयघोष गूंजेगा।

महाशिवरात्रि के अवसर पर द्वादश ज्‍योतिर्लिंगों में से एक बाबा विश्‍वनाथ के दर्शन के लिए काशी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी है। बाबा विश्वनाथ के दरबार में लाखों की संख्या में भक्तों के पहुंचने का अनुमान है।

भक्तों को विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में जाने की अनुमति नहीं है। इसलिए गर्भगृह के चारों द्वार पर विशेष पात्र लगाए गए हैं, जिनमें भक्त जल और दूध बाबा को अर्पित कर रहे हैं।

इस बार खास बात यह है कि चारों दिशाओं से काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश की व्यवस्था दी गई है। श्रद्धालु गर्भगृह के चारों द्वारों से बाबा का अभिषेक कर रहे हैं। उत्तर में स्थित गोदौलिया द्वार से भक्त आएंगे। पश्चिम में ढुंढीराज गणेश द्वार से उनका प्रवेश मंदिर में हो रहा है। दक्षिण में स्थित सरस्वती फाटक प्रवेश द्वार से भी भक्तों का आगमन होगा। 

इसके साथ ही श्रीकाशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद इस बार पूरब में स्थित गंगाद्वार से भी भक्त मां गंगा का जल लेकर आएंगे बाबा के दरबार में पहुंच रहे हैं। बाबा का दर्शन कतार में लगे भक्तों को मिल सके इसके गोदौलिया द्वार समेत कई जगहों पर एलईडी स्क्रीन भी लगायी गयी है।

गंगा स्नान के बाद भक्त बाबा के दर्शन को लाइन में लग रहे हैं। इस महाशिवरात्री पर वाराणसी पुलिस ने मैदागिन से गोदौलिया तक सुरक्षा व्यवस्था के काफी चुस्त इंतजाम किये हैं। वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश खुद सुरक्षा की कमान संभाले हुए हैं।

आज शाम वाराणसी में शिवबारात निकलेगी, जिसे देखने के लिए हजारों की भीड़ इकट्ठा होगी। भूत-पिशाच और औघड़ नाचते गाते बाबा के भक्त उनकी बारात में शामिल होंगे।

महाशिवरात्री पर काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा चौबेपुर स्थित कैथी के मार्कंडेय महादेव, हरहुआ के रामेश्वर महादेव, रोहनिया के शूल टंकेश्वर महादेव मंदिर में हजारों-लाखों की संख्या में शिवभक्त दर्शन के लिए पहुंचेंगे।

टॅग्स :वाराणसीKashiKashi Vishwanath Temple-Gyanvapi Masjid
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्ययूपी प्रतिबंधित कोडीन युक्त कफ सिरप का बना हब, करोड़ों रुपए का प्रतिबंधित कफ सिरप वाराणसी में पकड़ा गया, नेपाल-बांग्लादेश में भी निर्यात

भारतMau Accident: बिहार से वाराणसी जा रही डबल डेकर बस हादसे का शिकार, 14 यात्री घायल

ज़रा हटकेVIDEO: बच्चे ने पीएम मोदी को सुनाई कविता, 'मेरा बनारस बदल रहा है', चुटकी बजाते रहे मोदी, देखें वायरल वीडियो

भारतVande Bharat Trains Route: पीएम मोदी ने 4 नई वंदे भारत ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी, वाराणसी से इन रूटों पर करेंगी सफर; जानें

कारोबारPM Modi Varanasi Visit: 8 नवंबर को बनारस पहुंचे रहे पीएम मोदी, 4 वंदे भारत को दिखाएंगे हरी झंडी, देखिए शेयडूल

पूजा पाठ अधिक खबरें

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 05 December 2025: आज 4 राशिवालों पर किस्मत मेहरबान, हर काम में मिलेगी कामयाबी

पूजा पाठPanchang 05 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठPanchang 04 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 04 December 2025: आज वित्तीय कार्यों में सफलता का दिन, पर ध्यान से लेने होंगे फैसले

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 03 December 2025: आज इन 3 राशि के जातकों को मिलेंगे शुभ समाचार, खुलेंगे भाग्य के द्वार