क्या आपका बच्चा ज्यादा संवेदनशील है?

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 7, 2019 09:50 AM2019-01-07T09:50:44+5:302019-01-07T09:50:44+5:30

क्या आपका बच्चा दूसरों बच्चों की तुलना में जल्दी थकता है, दूसरे बच्चों के साथ खेलने के दौरान उसे बार-बार सांस चढ़ना, पसीना आना, थककर बैठ जाना या दूसरे बच्चों के साथ लगातार खेल न पाना।

Signs that your child is sensitive | क्या आपका बच्चा ज्यादा संवेदनशील है?

क्या आपका बच्चा ज्यादा संवेदनशील है?

(नीलम अरोड़ा)

अगर आपका बच्चा छोटी-छोटी बात पर नखरा दिखाये, खाने में आनाकानी करे, कपड़े पहनने में चूजी हो, तो समझ लीजिए आपका बच्चा अतिसंवेदनशील है। यह तो कुछ शुरूआती लक्षण हैं लेकिन वह जैसे-जैसे बड़ा होता है, उसके व्यवहार में बदलाव आने लगते हैं। ऐसे बच्चे के इस व्यवहार को कुछ और अन्य लक्षणों से भी जाना जा सकता है। जैसे-

- वह हर बार खाने के लिए कोई न कोई नयी चीज की मांग करता है या अगर उसे कोई नयी खाने के लिए दी जाती है तो वह उसे खाने से मना कर देता है या फिर वह हर बार एक ही चीज खाने की मांग करता है। सुबह, दोपहर, शाम, रात उसे सिर्फ वही खाने में अच्छा लगता है।

- क्या आपका बच्चा दूसरों बच्चों की तुलना में जल्दी थकता है, दूसरे बच्चों के साथ खेलने के दौरान उसे बार-बार सांस चढ़ना, पसीना आना, थककर बैठ जाना या दूसरे बच्चों के साथ लगातार खेल न पाना।

- बिस्तर पर आने के बाद उसे देर तक नींद न आना या सुबह उठने के बाद रात में बुरे सपने आने की शिकायत करना।

- जरा सा छेड़ने या हाथ लगाने पर बार-बार रोना। अपनी उम्र के दूसरे बच्चों की तुलना में ज्यादा रोना, एक बार रोना शुरू हो जाए तो जल्दी चुप न होना।

- स्कूल जाने में आनाकानी करना। स्कूल जाते समय बार-बार रोना, चिल्लाना। स्कूल जाने के बाद वहां से ल।टकर आने का मन न करना।

- किसी नये माहौल में बहुत मुश्किल से अडजेस्ट करना। घर में होने वाले किसी छोटे बड़े बदलाव को बहुत देर से स्वीकार करना।

यदि आपके बच्चे में भी इस तरह के लक्षण दिखायी देते हैं या उसके तीन चार लक्षण उपरोक्त बताये गये लक्षणों से मिलते-जुलते हैं तो ऐसे बच्चे को अंतमुर्खी कहा जाता है और यह मान लिया जाता है कि इस तरह के बच्चे अकेले रहना पसंद करते हैं।

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अतिसंवेदनशील बच्चा दूसरों को भले ही दिखने में जटिल लगता है लेकिन ऐसे बच्चे रचनात्मक, संवेदनशील, कल्पनाशील और बुद्धिमान होते हैं। ऐसा वंशानुगत भी होता है। माता या पिता दोनो में से किसी के भी लक्षण बचपन में उसी के जैसे होते हैं। दोनो में से कोई पार्टनर अति संवेदनशील भी हो सकता है।

अतिसंवेदनशील बच्चे की परवरिश में खास ध्यान देना जरूरी है। रात के समय देर से सोना या अनियमित खाने से उसके स्वास्थ्य पर बुरा असर हो सकता है। इसलिए उसे टाइम से सोने की आदत डालें। टाइम पर खाना, उसके खेलने और दूसरे बच्चों के साथ वक्त बिताने, होमवर्क और सोने का एक रूटीन बनाकर चलें।

सोशलाइज करें

अति संवेदनशील बच्चे काफी हद तक सोशल फोबिया का शिकार होते हैं। इसलिए उन्हें बाहर घूमाने ले जाएं दूसरों के बीच वक्त बिताने और भीड़ के बीच रहने से उसके स्वभाव में परिवर्तन आता है। उसे दूसरों के साथ मिलने जुलने दें और उसे बाहर ले जाने से पहले उसे मानसिक रूप से तैयार करें।

उससे जुड़ें

उसे प्यार से थपथपाना, शाबाशी देने से खुशी मिलती है। गुस्से और चिंता जैसे भावों के प्रति उसे सजग बनाएं। वह इनसे कैसे अपने को दूर रखे इसके लिए प्रयास करें।

बच्चा ही समझें

अति संवेदनशील बच्चे को दूसरे बच्चों की तुलना में दूसरों से मिक्सअप होने में समय लगता है। उसे ज्यादा समय देने की जरूरत है। स्कूल से लौटकर आने के बाद उसे बहुत सारे ट्यूशन, हॉबीज या अन्य गतिविधियों में न लगाएं। बच्चे को बच्चा ही समङों। उसे दूसरी अन्य गतिविधियों के द्वारा सामान्य बनाने की कोशिश करें।         

Web Title: Signs that your child is sensitive

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