हर नई मां करती हैं ये 5 गलतियां, जान लें ये बातें
By जोयिता भट्टाचार्या | Published: October 31, 2019 11:25 AM2019-10-31T11:25:41+5:302019-10-31T11:35:36+5:30
हम आपको उन गलतियों के बारे में बता रहे हैं जो हर नई मां करती हैं। हम बताएंगे कैसे आप अपने तनाव को कम कर संतुलन बनाए रख सकती हैं।
आपके घर में हाल ही में किसी नन्हें-मुन्ने मेहमान ने कदम रखा है। आप उस नन्हें की देखरेख के लिए चीज जुटाने में व्यस्त हैं। लेकिन कहीं आप कुछ चीजें बहुत ज्यादा तो नहीं कर रहीं है। या इसके विपरीत कहीं कोई कमी तो नहीं रह गई है?
अगर ऐसा है तो परेशान न हों हम आपको उन गलतियों के बारे में बता रहे हैं जो हर नई मां करती हैं। हम बताएंगे कैसे आप अपने तनाव को कम कर संतुलन बनाए रख सकती हैं।
ज्यादा प्रोटेक्टिव होना
मां 9 महीने तक बच्चे को अपने गर्भ में रखती हैं और अब उसके बाहर आने के बाद भी आप उसे खुद से एक पल के लिए भी अलग नहीं कर पा रही हैं। ऐसा हर नई मां के साथ होता है। लेकिन कहीं आप गलती तो नहीं कर रही हैं, अपने बच्चे को अपने अलावा किसी और से ना मिलने देने का। अपने बच्चे को उसके पापा या दादी के हाथ में सौंपने में हिचकिचाए नहीं। वो उनके हाथों में भी सुरक्षित रहेंगे।
जल्दी घबरा जाना
बच्चे की छोटी-छोटी तबियत खराब होने या किसी दूसरी चीजों पर जल्दी घबराना ठीक नहीं होता। अगर बच्चा उल्टी कर रहा है या वो ज्यादा या कम खा रहा है, या वो ज्यादा रो रहा है... इन छोटी-मोटी बातों को लेकर हर नई मां चिंता में पड़ जाती है। हम ये नहीं बोलना चाहते हैं कि आप जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ की मदद लें। लेकिन हर बात पर घबरा जाना भी आप और बच्चे की सेहत के लिए अच्छा नहीं है। उसे खुल कर बड़े होता देखें और उस समय को एंजॉय करें।
अपना ख्याल न रखना
हर नई मां अपने बच्चे की देखरेख के चक्कर में अपना ख्याल नहीं रख पाती हैं। लेकिन याद रखें कि बच्चे के साथ-साथ अपनी पूरी सेहत का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। बच्चों के देखरेख करते-करते अक्सर मांएं अपनी सेहत को नजर अंदाज कर देती है। बच्चे की परवरिश करना काफी थका देने वाला हो सकता है। इसलिए भरपूर आराम करना और पूरी नींद लेना नई मां के लिए बेहद जरूरी होता है। जितनी ज्यादा आप खुश और सेहतमंद रहेंगी, आपका बच्चा भी उतना ही बेहतर महसूस करेगा।
हर पल की तस्वीर लेना
नई मां की खुशी कुछ अलग ही होती हैं जो बयां नहीं की जा सकती। ऐसे में नए माता-पिता बने लोग अपने बच्चे के हर पल जैसे कि पहली मुस्कान से लेकर पहली बार उसके रोने तक की हर तस्वीर लेने की कोशिश करते हैं। लेकिन क्या आपने ध्यान दिया कि इन पलों को तस्वीर में ढालने की कोशिश में कहीं आप उस अनुभव का आनंद उठाना तो नहीं भूल रहीं। ऐसे मौकों को तस्वीरों में कैद करने से ज्यादा जरूरी है, उनको जीना। उसकी हर हरकत को महसूस करें और उन पलों को जिएं।
किताबी बातों पर ही सिर्फ न करें यकीन
मां बनने से पहले हर औरत पैरेंटल गाइड्स और उनसे जुड़ी किताबें पढ़ती हैं। हालांकि इन किताबों में काफी काम की चीजें लिखी होती है लेकिन एकदम से इनके मुताबिक चलना भी सहीं नहीं है। हर किसी की स्थिति अलग होती है, जब बात बच्चों को संभालने की हो तो अपने इंट्यूशन्स पर भी भरोसा करें।