जयपुर: राजस्थान में कांग्रेस नेता और विधायक दिव्या मदरेणा ने अपनी ही सरकार को ये कहकर असहज कर दिया है कि महिला विधायक होने के बाद भी वह राज्य में सुरक्षित महसूस नहीं करतीं। कांग्रेस विधायक का यह बयान जोधपुर में एक महिला के साथ 3 दिन पहले हुई गैंगरेप की घटना के बाद आया है।
विधायक दिव्या मदरेणा ने कहा, "महिला विधायक होने के बावजूद मैं राजस्थान में सुरक्षित नहीं हूं। मैंने अपने ऊपर होने वाले संभावित हमलों के बारे में कई बार शिकायत की है। हमलावर खुलेआम घूम रहे हैं। वे अक्सर मेरे घर के पास से गुजरते हैं। कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई। मैं सरकार से जोधपुर में कानून व्यवस्था की स्थिति पर ध्यान देने की अपील करती हूं।"
सामूहिक बलात्कार की घटना और कांग्रेस विधायक के बयान के बाद बीजेपी भी अशोक गहलोत सरकार पर हमलावर है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस मुद्दे पर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की और गहलोत सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "जोधपुर जो मुख्यमंत्री जी का गृह जिला है, वहां 3 दिन पहले एक महिला के साथ गैंगरेप हुआ, वो अपनी सुरक्षा के लिए इधर उधर दौड़ती रही। लेकिन मुख्यमंत्री जी कहते हैं कि ये तो किसी और विचारधारा के लोग हैं। राजस्थान में जब से गहलोत जी के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार आई है, तबसे राज्य की कानून व्यवस्था कितनी बिगड़ी है उसकी एक लिस्ट भी हम आपकों देंगे। इसका एकमात्र कारण अशोक गहलोत स्वयं हैं।"
मेघवाल ने विधायक दिव्या मदरेणा के बयान का हवाला देते हुए कहा, "राजस्थान की कांग्रेस की ही एक विधायक दिव्या मदेरणा कहती हैं कि मुझे सुरक्षा दी गई है, मैं सुरक्षा के बीच चलती हूं, फिर भी मेरे ऊपर हमला हो जाता है। वो कहती हैं कि पता नहीं कैसा दबाव है कि IG कार्रवाई नहीं करता।"
बता दें कि राजस्थान में एक सनसनीखेज आपराधिक घटना में एक ही परिवार के 4 सदस्यों को जिंदा जला देने का मामला सामने आया है। मेघवाल ने इसे लेकर भी प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर गहलोत सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "वैसे तो प्रतिदिन राजस्थान में ऐसी मार्मिक घटनाएं घट रही हैं कि जो भी सुनता है वो सोचता है कि इतने शांत प्रदेश में कम उम्र की बच्चियों के साथ बलात्कार, गैंगरेप और एसिड डालकर उन्हें मार देना और उस पर कोई कार्रवाई न होना, ये सब कैसे हो रहा है। लेकिन आज जोधपुर के ओसियां में एक घटना घटी है, उसमें एक ही परिवार के 4 सदस्यों को जिंदा जला दिया गया। उनके शरीर के टुकड़े -टुकड़े कर दिए गए। जितनी भी गैंगरेप और बलात्कार की घटनाएं हुईं, विशेष तौर से दलित महिलाओं के साथ, उसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसके पीछे भी वो विचारधारा और तुष्टिकरण की नीति देख रहे हैं।"