नोटबंदी को लेकर यूथ कांग्रेस ने किया प्रदर्शन, नारे लगाए, कहा- मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था पर चोट की
By भाषा | Updated: November 8, 2019 15:12 IST2019-11-08T15:12:08+5:302019-11-08T15:12:08+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को राष्ट्र के नाम संदेश में घोषणा की थी कि 500 और 1000 के नोट अब प्रचलन से बाहर हो जाएंगे। प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे और उन्होंने हाथों में तख्तियां और भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के झंडे ले रखे थे।

तीन साल बाद भी अर्थव्यवस्था “नोटबंदी के झटके” से उबर नहीं पाई है।
मोदी सरकार द्वारा की गई नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर उसकी आलोचना करते हुए युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को यहां रिजर्व बैंक के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को राष्ट्र के नाम संदेश में घोषणा की थी कि 500 और 1000 के नोट अब प्रचलन से बाहर हो जाएंगे। प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे और उन्होंने हाथों में तख्तियां और भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के झंडे ले रखे थे।
#WATCH: Youth Congress workers who were protesting near Reserve Bank of India (RBI) office on the third anniversary of #Demonetisation have been detained by Police. #Delhipic.twitter.com/aH9504gd1C
— ANI (@ANI) November 8, 2019
दिल्ली पुलिस के कर्मचारियों ने इन्हें संसद मार्ग पर आरबीआई की इमारत से कुछ मीटर पहले ही रोक दिया। युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने कहा, “यह प्रदर्शन मोदी सरकार से नोटबंदी को लागू करने के लिये माफी मंगवाने के वास्ते था। नोटबंदी का कदम भारतीय अर्थव्यवस्था पर खुद की गई चोट था।”
Delhi: Police detains Youth Congress workers who were protesting near Reserve Bank of India (RBI) office on the third anniversary of #Demonetisation. pic.twitter.com/IJUBlWDHFu
— ANI (@ANI) November 8, 2019
उन्होंने कहा कि तीन साल बाद भी अर्थव्यवस्था “नोटबंदी के झटके” से उबर नहीं पाई है। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अमरीश रंजन पांडे ने कहा कि नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर युवा कांग्रेस देश भर में ‘काला दिवस’ मना रही है। पांडे ने कहा कि प्रधानमंत्री को कम से कम उन परिवारों के लोगों से माफी मांगनी चाहिए “जिनकी नोटबंदी के कारण हुई मुश्किलों के दौरान मौत हो गई।”