65 वर्ष से अधिक उम्र के सांसद संसद मानसून सत्र में शामिल नहीं होंगे, TMC ने लिया फैसला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 7, 2020 08:37 PM2020-09-07T20:37:08+5:302020-09-07T20:37:08+5:30
65 साल से अधिक उम्र के पार्टी सांसदों को संसद सत्र में शामिल नहीं होने की सलाह दी गई है। उत्तर कोलकाता सीट से लोकसभा सदस्य 67 वर्षीय सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि वह यहीं (कोलकाता) से ही निम्न सदन में अपने साथी सदस्यों से समन्वय करेंगे।
कोलकाताः तृणमूल कांग्रेस के 65 साल से अधिक उम्र के सांसद आगामी मानसून सत्र से संभवत: दूर रहेंगे ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सके। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
हालांकि, अभी पार्टी नेतृत्व की ओर से इस संबंध में आधिकारिक रूप से कोई संवाद नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि 65 साल से अधिक उम्र के पार्टी सांसदों को संसद सत्र में शामिल नहीं होने की सलाह दी गई है। उत्तर कोलकाता सीट से लोकसभा सदस्य 67 वर्षीय सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि वह यहीं (कोलकाता) से ही निम्न सदन में अपने साथी सदस्यों से समन्वय करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं संसद सत्र में शामिल नहीं होऊंगा क्योंकि मेरी उम्र 65 साल से अधिक है और संक्रमण का खतरा है। मैं लोकसभा में पार्टी सदस्यों के साथ समन्वय करूंगा।’’ तृणमूल कांग्रेस के मुख्य सचेतक और राज्यसभा सदस्य सुखेंदू शेखर रॉय ने भी कहा कि वह सत्र में शामिल नहीं होंगे।
रॉय ने अपनी बात रखने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी अनलॉक-4 के दिशानिर्देशों को रेखांकित किया जिसमें आपात स्थिति को छोड़ 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को घर पर ही रहने को कहा गया है। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ मैं वहां नहीं रहूंगा क्योंकि मेरी उम्र 71 साल है। मैं अनलॉक-4 दिशानिर्देशों का अनुपालन करूंगा। मैंने पहले ही राज्यसभा सभापति को यह सूचित करने के लिए पत्र लिख दिया है।’’
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और दमदम से लोकसभा सदस्य सौगत रॉय ने कहा कि वह संसदीय प्रक्रिया को छोड़ना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी द्वारा कोई एक नियम नहीं बनाया गया है। 65 साल से अधिक उम्र का कोई व्यक्ति सत्र में शामिल होना चाहता है तो वह शामिल हो सकता है।’’
गौरतलब है कि संसद का मानसून सत्र 14 सितंबर को शुरू होगा और एक अक्टूबर तक जारी रहेगा। कोविड-19 महामारी की वजह से सत्र के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां चल रही है और इस बार कई चीजें पहली बार होगी , उदाहरण के लिए जांच, लोकसभा और राज्य सभा में दूर-दूर बैठने की व्यवस्था एवं इसके लिए दोनों सदनों के चेम्बर (सदस्यों के कक्ष) और दीर्घा का इस्तेमाल भी होगा।