संजय झा का दावा- करीब 100 कांग्रेसी नेताओं ने सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी, नेतृत्व में बदलाव की मांग
By विनीत कुमार | Updated: August 17, 2020 14:31 IST2020-08-17T14:31:35+5:302020-08-17T14:31:35+5:30
संजय झा ने दावा किया है कांग्रेस के करीब 100 नेताओं ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर नेतृत्व परिवर्तन की मांग की है। संजय झा के अनुसार साथ ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी में पारदर्शी चुनाव की मांग भी की गई है।

100 कांग्रेसी नेताओं ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिख नेतृत्व में बदलाव की मांग की: संजय झा (फाइल फोटो)
कांग्रेस से निकाले जा चुके संजय झा ने दावा किया है कि पार्टी के कई नेताओं ने सोनिया गांधी से नेतृत्व में बदलाव की गुजारिश की है। साथ ही पार्टी में पारदर्शी चुनाव की भी मांग रखी गई है। संजय झा ने सोमवार को एक ट्वीट कर ये बड़ा दावा किया। उन्होंने लिखा कि इसके लिए सोनिया गांधी को चिट्ठी भी लिखी गई है।
संजय झा ने ट्वीट किया, 'ये आंकलन है कि करीब 100 कांग्रेस नेताओं (इसमें सांसद भी) ने पार्टी के भीतर के हालात पर निराशा जताई है और उन्होंने राजनीतिक नेतृत्व में बदलाव के लिए सोनिया गांधी को चिट्ठी भी लिखी है। साथ ही CWC में पारदर्शी चुनाव की भी मांग की गई है।'
It is estimated that around 100 Congress leaders (including MP's) , distressed at the state of affairs within the party, have written a letter to Mrs Sonia Gandhi, Congress President, asking for change in political leadership and transparent elections in CWC.
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) August 17, 2020
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संजय झा की ओर से ये दावे उस समय आए हैं जब हाल में राजस्थान कांग्रेस में काफी खींचतान देखी गई थी। सचिन पायलट इस कदर नाराज थे कि उन्होंने 18 विधायकों के साथ बागी तेवर अपना लिया और उन्हें लेकर हरियाणा चले गए थे। एक समय अशोक गहलोत की सरकार पर भी खतरा मंडराने लगा था।
हालांकि, काफी कोशिशों के बाद सचिन पायलट सुलह के लिए तैयार हो गए। इससे पहले 14 जुलाई को बागी तेवर के कारण पायलट को राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख से हटाया गया। साथ ही डिप्टी सीएम के पद से भी उनकी छुट्टी कर दी गई थी। हालांकि, पायलट लौट आए और राजस्थान में गहलोत सरकार अपना विश्वास मत भी साबित करने में कामयाब रही।
बता दें कि कभी कांग्रेस के प्रवक्ता रहे संजय झा को पिछले महीने ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता’ के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। झा ने एक अखबार में एक लेख लिखा था जिसमें उन्होंने देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी की आलोचना की थी। इसके कुछ दिन बाद उन्हें कांग्रेस से निलंबित किया गया।
झा ने तब खुद को निलंबित किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए पूछा कि वह कौन सी 'पार्टी विरोधी गतिविधियों' में शामिल थे, जिसकी वजह से कांग्रेस को यह कार्रवाई करनी पड़ी।