पटनाः राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बडे़ बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने आज बिना नाम लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ट्वीट कर हमला बोला है.
इस ट्वीट में क, ख, ग, घ नाम से घोटालों का जिक्र किया गया है. इस ट्वीट के जरिए उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने तेजप्रताप पर तंज कसा था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में कहा था कि बिहार के बारे में बोलने से पहले उसके विषय में जानकारी होनी चाहिए. जिसे बिहार का क, ख, ग, घ भी नहीं पता, वो बिहार में अपराध की बात करते अच्छे नहीं लगते. लगता है उनको उस काल का अंदाजा नहीं है कि तब क्या हुआ करता था. मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके.
आगे उन्होंने कहा कि इन लोगों को कुछ आता जाता नहीं है. बस सोशल मीडिया पर कुछ भी बोल देते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इसी बयान पर तेज प्रताप ने पलटवार किया है. हालांकि अपने ट्वीट में उन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिखा है. लेकिन 15 वर्ष के अपने शासनकाल पर सवाल उठाया है.
तेज प्रताप ने लिखा- 'क' से किसान क्रेडिट कार्ड घोटाला, 'ख' से खाद सब्सिडी घोटाला, 'ग' से ग्रामीण बैंक घोटाला, 'घ' से घोटालों के सरदार ने 15 वर्ष के अपने शासनकाल में जितना घोटाला किया है, उतना तो हिंदी वर्णमाला में वर्णों की संख्या भी नहीं है. वहीं, प्रदेश राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार ने शिक्षक बहाली को मजाक बना दिया है.
सरकार की ओर से जारी नए आदेश के अनुसार सभी स्तरों के विद्यालयों में शिक्षण कार्य के लिए अवकाश प्राप्त शिक्षकों को अनुबंध पर बहाल करने को कहा गया है. विभिन्न स्तर के विद्यालयों में बड़ी संख्या में शिक्षकों के लाखों पद रिक्त हैं, पर नियुक्ति प्रक्रिया को जानबूझकर वर्षों से लटकाकर रखा गया है. इस कारण छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है. आरोप लगाया कि शिक्षा के साथ बेरोजगार नौजवानों के प्रति सरकार की मंशा ठीक नहीं है.