राजस्थान में कांग्रेस में घमासान और अशोक गहलोत सरकार की ओर से विधानसभा सत्र बुलाने की जारी कोशिशों के बीच राज्यपाल कलराज मिश्र ने कोरोना का हवाला देते हुए 15 अगस्त को गवर्नर हाउस में होने वाले 'ऐट होम' समारोह को रद्द करने का फैसला किया है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजभवन में हर साल होने वाले ऐट होम कार्यक्रम की परंपरा कई सालों से रही है।
राज्यपाल की ओर से कहा गया कि वे राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों और 'भयावह' हालात को देखते हुए चिंतित हैं। राज्यपाल ने कहा, 'जब विधानसभा के सत्र 13 मार्च को कैंसल किए गए थे तब केवल दो केस थे। जुलाई 1 को 3381 केस थे और अब ये 10 हजार से ज्यादा है। वायरस का बढ़ता खतरा चिंता का विषय है और राज्य को लोगों को इस वैश्विक महामारी से बचाने के लिए गंभीर कदम उठाने चाहिए।'
राज्यपाल की ओर से ये बयान तब आए हैं जब सीएम अशोक गहलोत तीसरी बार विधानसभा सत्र बुलाने का आग्रह राज्यपाल से कर चुके हैं। अशोक गहलोत सरकार 31 जुलाई को विधानसभा सत्र बुलाना चाहती है। इससे पहले दो बार राज्यपाल विधानसभा सत्र बुलाने की सरकार की मांग खारिज कर चुके हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान सरकार ने विधानसभा का सत्र 31 जुलाई से बुलाने के लिए एक संशोधित प्रस्ताव मंगलवार को राज्यपाल कलराज मिश्र को भेजा। हालांकि, इसमें यह उल्लेख नहीं किया है कि वह विधानसभा सत्र में विश्वास मत हासिल करना चाहती है या नहीं।
इससे पहले कांग्रेस के विधायक विधानसभा सत्र बुलाये जाने की मांग को लेकर पिछले सप्ताह राजभवन में धरने पर बैठ गये थे, जिसके बाद से गहलोत सरकार और राज्यपाल के बीच गतिरोध चल रहा है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन किया था।
वहीं, राज्यपाल मिश्र ने सोमवार को कहा था कि विधानसभा का सत्र नहीं बुलाने की उनकी कोई मंशा नहीं है। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने राज्य सरकार से कहा था कि विधानसभा सत्र बुलाने के अपने प्रस्ताव को फिर से उनके पास भेजे।
(पीटीआई इनपुट)