1.76 लाख करोड़ रुपये के 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के छह साल बाद पटियाला हाऊस अदालत ने गुरुवार को सभी आरोपियों को बरी कर दिया। इस मामले में डीएमके नेता ए राजा, डीएमके सांसद कनिमोझी समेत 17 आरोपी थे। इस फैसले के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि मेरी बात सही साबित हुई। मैंने पहले ही कहा था कि कोई घोटाला हुआ ही नहीं था। उन्होंने सीएजी विनोद राय से माफी की मांग की है।
वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि आज यह साबित हो गया है घोटाले की बात गलत थी। ऐसे घोटाले में यूपीए सरकार के किसी शीर्ष नेतृत्व का योगदान नहीं था।
अन्ना हजारे ने इस मामले पर कहा की अगर सरकार के पास ठोस सबूत हैं, तो उन्हें इस मामले को उच्च न्यायालय में लेना जाना चाहिए।
2G को लेकर यूपीए के खिलाफ प्रोपेगैंडा फैलाया गया था। खराब नीयत से लगाए गए थे आरोप,फैसला अपने आप में सबकुछ कहता है: मनमोहन सिंह
इस मामले पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन में गड़बड़ी हुई थी। कोर्ट के फैसले को 2जी मसले पर सर्टिफिकेट न समझें, 2जी फैसले पर जांच एजेंसियां गौर करेंगी।
कोर्ट में इस फैसले से पहले लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई और फैसले के बाद उनके समर्थकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया।
यूपीए सरकार के दौरान हुआ यह घोटाला अबतक का सबसे बड़े घोटाले के नाम से जाना जाता था।सीबीआई के विशेष जज ओपी सैनी द्वारा 2जी घोटाले में सीबीआई और ईडी द्वारा दर्ज अलग-अलग मामलों में फैसला सुनाया। 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में सुनवाई छह साल पहले 2011 में शुरू हुई थी जब अदालत ने 17 आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए थे।