भोपाल: मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने सोमवार को मंत्रियों के कामों का बंटवारा किया। बीजेपी के नरोत्तम मिश्रा को राज्य के गृह मंत्री, संसदीय मामलों के मंत्री के साथ विधि और न्याय मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। वहीं, यशोधरा राजे सिंधिया को खेल और युवा कल्याण राज्य मंत्री और तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोज़गार राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।
कैबिनेट विस्तार के 11 दिन बाद शिवराज कैबिनेट में शामिल मंत्रियों को विभागों का बंटवारा किया गया है। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के मन मुताबिक विभागों का बंटवारा हुआ है, क्योंकि कमलनाथ की सरकार के दौरान सिंधिया के लोगों के पास जो विभाग थे, उन्हें दोबारा सौंप दिया गया है।
मंत्रिमंडल के विभागों के बंटवारे से पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा था कि वह अपने मंत्रियों को विभागों का आवंटन कल यानि रविवार को करेंगे। मंत्रियों को शपथ लेने के नौ दिन बाद भी विभाग आवंटन न होने पर पूछे गये सवाल के जवाब में चौहान ने मुस्कराते हुए संवाददाताओं को यहां कहा, ‘‘वो मेरा काम है। अच्छा आज ग्वालियर में कह रहा हूं। कह दूं। कल कर दूंगा।’’
इससे पहले सात जुलाई को तीन दिवसीय दिल्ली के दौरे से भोपाल लौटने के बाद चौहान ने एक सवाल के जवाब में भोपाल में मीडिया से कहा था, ‘‘मंत्रिपरिषद का विस्तार तो हो गया। विभाग अब बंटने वाले हैं। आज (सात जुलाई को) और वर्कआउट करूंगा थोड़ा और जल्दी बांट दूंगा।’’
मंत्रिपरिषद का विस्तार में 28 मंत्री हुए शामिल
इसके चार दिन बाद भी मंत्रियों को विभाग नहीं मिले हैं। मालूम हो कि मध्य प्रदेश में दो जुलाई को चौहान ने मंत्रिपरिषद का विस्तार कर 28 मंत्रियों को शामिल किया गया है, लेकिन नौ दिन बीत जाने के बाद भी उन्हें विभाग नहीं मिल पाये हैं। इन नये मंत्रियों में 12 ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक भी शामिल हैं, जिनके मार्च में कांग्रेस से इस्तीफे के बाद राज्य की कमलनाथ सरकार गिर गई थी।
सिंधिया खेमे के 14 बागी बने हैं मंत्री
ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के दो मंत्री तुलसी सिलावट और गोविन्द सिंह राजपूत पहले से ही हैं। इसी के साथ कमलनाथ की पूर्व सरकार गिराने वाले 22 बागियों में से 14 बागी मंत्री बने हैं। ये सभी 14 मंत्री वर्तमान में विधायक नहीं हैं। इनमें से अधिकतर सिंधिया समर्थित नेता हैं।