कलकत्ता, 20 मार्च। 2019 में होने वाले आम चुनाव से पहले सत्ता पर काबिज मोदी सरकार के विजय रथ को रोकने के लिए विपक्ष एक जुट होने शुरू हो गए हैं। बीते दिनों जहां सोनिया गांधी के डिनर में विपक्षी दलों की 20 पार्टियों ने हिस्सा लिया वहीं सोमवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने कलकत्ता पहुंचे। इस मुलाकात के बाद देश में फेडरल फ्रंट के संकेत दिखने लगे हैं।
राज्य सचिवालय में हुई बैठक के बाद संयुक्त रूप से की गई प्रेस कांफ्रेंस में राव ने कहा कि देश में एक फेडरल फ्रंट आकार ले रहा है। वहीं, ममता ने कहा कि यह एक अच्छी शुरुआत है। दोनों नेताओं ने गैर भाजपा, गैर कांग्रेस वाले फेडरल फ्रंट की वकालत कर कहा कि देशहित में तीसरे फ्रंट की जरूरत है जिसकी शुरुआत हो चुकी है। ममता ने कहा कि राजनीति एक सतत चलने वाली प्रकिया है।
उन्होंने कहा कि आप आम राजनीतिक मॉडल की तरह सोच रहे हैं जो बीते 70 वर्षो से चलता आ रहा है। हम वैकल्पिक राजनीतिक मॉडल देने की कोशिश कर रहे हैं। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी विरोधी गठबंधन को हवा देते हुए सोमवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने फोन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत कर ममता को अपनी शुभकामनाएं दीं। इससे पहले टीडीपी द्वारा राजग से गठबंधन तोड़ने के फैसले का ममता ने स्वागत किया था।