बेंगलुरु, 9 मईः कर्नाटक विधानसभा चुनाव में एक नया मामला सामने आया है, जिस पर बवाल बढ़ता जा रहा है। दरअसल, बेंगलुरु के जलाहाल्ली इलाके में एक घर से बड़ी मात्रा में वोटर आईडी कार्ड बरामद किए गए हैं, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव रद्द कराने की मांग। यह इलाका राज राजेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में पड़ता है। मामला सामने आने के बाद मंगलवार आधी रात को बेंगलुरु में चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
संजीव कुमार ने कहा कि यह निश्चित रूप से एक गंभीर मामला है, जिसे हम यहां तय नहीं कर सकते हैं। अभी यह देखना बाकी है कि वास्तव में वह मतदाता हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि वह खुद इस घर में गए और उन्हें यहां 9746 वोटर आईडी कार्ड मिले हैं, जिन्हें छोटे बंडलों में बांधकर और लपेटकर रखा गया। आयोग ने इस मामले में जांच कराने का कदम बीजेपी राज राजेश्वरी नगर में चुनाव रद्द करने की मांग के बाद उठाया है।
संजीव कुमार ने कहा कि राज राजेश्वरी विधानसभा में 4 लाख 35 हजार 439 वोटर हैं, यह वहां की आबादी का 75.43 फीसदी है। पिछली बार संसोधन के दौरान 25 हजार 825 जोड़े गए। इसके बाद अपडेशन के दौरान 19,012 नाम और जोड़े गए थे। वहीं, 8817 लोगों का नाम हटाया गया।
उन्होंने बताया है कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और आगे जांच की जाएगी। इस संबंध में चुनाव आयोग की ओर से स्थिति की बारीकी से निगरानी की जा रही है और उचित कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले जलाहाल्ली इलाके के एक फ्लैट में मिले वोटर आई कार्ड को लेकर बीजेपी के सदानंद गौड़ा कांग्रेस के ऊपर हमला बोला और कई ट्वीट कर लगाया कि इस मामले के पीछे राज राजेश्वरी नगर से कांग्रेस के उम्मीदवार मुनिरत्न नायडू का हाथ है।
उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल के विधायक अपने पद का दुरुपयोग कर और अधिकारियों पर दबाव डालकर वोटर लिस्ट में गलत नाम डलवा रहे हैं। विधायक मुनिरत्न नायडू एक गुंडा है। कम से कम 60 हजार वोटर आईडी कार्ड का गलत इस्तेमाल हो रहा है। हमने कुछ को पकड़ लिया है, जिसकी शिकायत की गई है।