कोलकाता: पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच सियासत तेज हो गई है। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल की ममत बनर्जी सरकार पर निशाना साधा है। कैलाश विजयवर्गीय ने कोरोना वायरस को लेकर राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए ट्वीट किया है। कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट लिखा है- ''बेपरवाह व्यवस्था !!! पश्चिम बंगाल सरकार की कोविड-19 को लेकर लापरवाही सिर्फ उसी तक सीमित नहीं है। मेडिकल कॉलेज कोलकाता में भी इस महामारी को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। इस कॉलेज के इन्टर्नस ने पत्र लिखकर अपनी व्यथा बताई कि किस तरह केंद्र के दिशा निर्देशों की अनदेखी की जा रही है।"
ट्वीट के साथ कैलाश विजयवर्गीय पत्र की एक कॉपी भी साझा की है।
कैलाश विजयवर्गीय इसके अलावा आज (21 अप्रैल) पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के एक ट्वीट को भी रिट्वीट किया है, जिसमें जगदीप धनखड़ ने सीएम ममता बनर्जी से केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई टीम के साथ सहयोग देने के लिए कहा है।
जानें क्या है कोरोना पर केंद्र सरकार बनाम पश्चिम बंगाल सरकार का पूरा विवाद
पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन का सख्ती से पालन नहीं होने का मामला गरमाया हुआ है। केंद्र ने इसी को ध्यान में रखते हुए आईएमसीटी (इंटर मिनिस्ट्रीयल सेंट्रल टीम) भेजने का फैसला किया है। लेकिन ममता बनर्जी इसको हरी झंडी देने के लिए राजी नहीं हैं। लॉकडाउन के कार्यान्वयन और कुछ क्षेत्रों में उल्लंघन की खबरों का आकलन करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल में दल भेजने पर आपत्ति जताते हुए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि इस तरह का कदम एकपक्षीय और अनपेक्षित है। बनर्जी ने कहा कि दो अंतर-मंत्रालयीन केंद्रीय दलों ने राज्य सरकार से संपर्क नहीं किया है जिनके पहुंचने पर उनके ठहरने और साजो-सामान संबंधी अन्य व्यवस्था राज्य सरकार को करनी थी।
इससे पहले ममता बनर्जी केंद्र सरकार पर कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा छिपाने का आरोप लगा चुकी है।
महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और राजस्थान इन राज्यों में केंद्र सरकार भेज रही है अपनी टीम
केंद्र सरकार ने कहा है कि मुंबई, पुणे, इंदौर, जयपुर, कोलकाता और पश्चिम बंगाल के कुछ अन्य स्थानों पर कोविड-19 को लेकर हालात ‘खासतौर पर गंभीर’ हैं और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने से नोवेल कोरोना वायरस और फैल सकता है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और राजस्थान को रविवार को जारी एक समान आदेशों में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों पर हिंसा, सामाजिक दूरी बनाने के नियमों की अवहेलना तथा शहरी क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही के कई मामले देखे गए हैं।
एक केंद्रीय दल सोमवार को यहां पहुंचा वहीं दूसरा जलपाईगुड़ी पहुंचा। बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार ने किस आधार पर इन दलों को भेजा है, यह अस्पष्ट है। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस पर आगे नहीं बढ़ सकेंगे क्योंकि बिना वैध कारणों के यह संघवाद की भावना के अनुरूप नहीं हो सकता।’’ बनर्जी ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि आप इस बात से सहमत होंगे कि केंद्र सरकार की ओर से इस तरह की एकपक्षीय कार्रवाई कदापि अपेक्षित नहीं है, खासतौर पर उस समय बिल्कुल नहीं जब केंद्र और राज्य सरकारें दोनों कोविड-19 के संकट से निपटने के लिए 24 घंटे मिलकर अथक काम कर रही हैं।’’