हर चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रचार के दौरान कहते है कि केंद्र और राज्य में एक पार्टी की सरकार रहने से विकास कार्यों की रफ्तार बढ़ जाती है। 26 मई 2014 में देश की सत्ता संभालने के बाद पीएम मोदी हमेशा डबल इंजन वाली सरकारी की थ्योरी पर जोर दिया।
पीएम मोदी ने कहा था दिल्ली में भाजपा की सरकार होने से झारखंड को “डबल इंजन की सरकार” का फायदा मिलता है। लेकिन एक साल के अंदर भाजपा ने छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में सत्ता गंवा दिए। यानी इससे लग रहा है कि जनता को भाजपा से मोहभंग हो रहा है। भाजपा भले ही केंद्र में दूसरी बार सरकार बना ली लेकिन राज्य में वह लगातार हार रही है।
2019 में भले ही मोदी दूसरी बार सत्ता में आ गए, लेकिन राज्य में वह लगातार हार रहे हैं। भाजपा भले ही बड़ी पार्टी के रूप राज्यों में आ रही है लेकिन राज्य में सरकार बनाने में पीछे है। धीरे-धीरे उसके सहयोगी भी अलग हो रहे हैं। झारखंड में आजसू, महाराष्ट्र में शिवसेना सहित कई दल भाजपा से अलग हो रहे हैं या बाहर आ गए है।
पीएम मोदी कहते है कि केंद्र और राज्यों में एक ही दल की सरकार रहे। पीएम मोदी अक्सर सार्वजनिक मंचों से अपने इस फॉर्मूले का जिक्र करते हैं और इसे विकास का अहम कारण बताते हैं। गैर-बीजेपी राज्य सरकारों पर पीएम मोदी विकास में रोड़े अटकाने के आरोप लगाते रहे हैं।
उन्होंने उत्तर प्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां गैर भाजपा सरकारों ने गरीबों के कल्याण कार्यों में बाधा डाली और भारत सरकार के दबाव डालने पर भी पक्के मकान बनाने के लिए योग्य गरीबों की लिस्ट नहीं बनाई। मोदी कहा, ‘‘अगर सरकारें बदलती हैं तो क्या बदलाव होता है, यह मैं आपको बताना चाहता हूं। उत्तर प्रदेश में पहले दूसरे दल की सरकार थी। भारत सरकार गरीबों के घर बनाने के लिए दबाव डाल रही थी... जब तक पुरानी सरकार रही भारत सरकार ने पैसे दिये, दबाव डाला, लेकिन घर बनाने का काम नहीं हो पाया।’’