राजनीति से संन्यास नहीं लेंगे, पंजाब के लोगों को मेरी जरूरत है तब तक चुनाव लड़ूंगाः अमरिंदर सिंह
By भाषा | Published: September 24, 2019 05:39 PM2019-09-24T17:39:27+5:302019-09-24T17:39:27+5:30
भूतपूर्व पटियाला शाही परिवार के वारिस सिंह ने पहले घोषणा की थी कि 2017 का विधानसभा चुनाव उनकी आखिरी राजनीतिक लड़ाई होगी। सिंह ने 2018 में कहा था कि वह जब तक राज्य को ‘अव्यवस्था’ से बाहर नहीं निकाल देते हैं तब तक संन्यास नहीं लेंगे।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि वह तब तक राजनीति नहीं छोड़ेंगे जब तक पंजाब अपनी नम्बर एक की स्थिति पर वापस नहीं आ जाता।
उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर वह अगला विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। सिंह ने राज्य के लोगों की ‘परेशानियों’ के लिए शिअद-भाजपा के 10 साल लंबे शासन को जिम्मेदार ठहराया। 77 वर्षीय मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर कहा, ‘‘ जब तक पंजाब के लोगों को मेरी जरूरत है तब तक मैं (राजनीति) छोड़ने की सोच भी नहीं सकता हूं।
मेरे लेागों ने शिअद के शासन में 10 सालों तक बहुत कुछ झेला है और मेरा वादा है कि मैं उन काले वर्षों की यादों तक को मिटा दूंगा और राज्य को फिर से नम्बर एक की स्थिति पर लेकर जाऊंगा। अगर उसका मतलब अगला चुनाव लड़ना है तो मैं लड़ सकता हूं।’’
भूतपूर्व पटियाला शाही परिवार के वारिस सिंह ने पहले घोषणा की थी कि 2017 का विधानसभा चुनाव उनकी आखिरी राजनीतिक लड़ाई होगी। सिंह ने 2018 में कहा था कि वह जब तक राज्य को ‘अव्यवस्था’ से बाहर नहीं निकाल देते हैं तब तक संन्यास नहीं लेंगे।
कांग्रेस ने सिंह के नेतृत्व में 2017 के चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ पंजाब की सत्ता में वापसी की थी। पार्टी ने 117 सदस्यीय विधानसभा में 77 सीटों पर फतह हासिल की थी। इससे पहले सिंह 2002 से 2007 के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री रहे थे।