जयपुर: राजस्थान में जारी राजनीतिक रस्साकशी के बीच जयपुर में मुख्यमंत्री आवास पर देर रात तक कैबिनेट बैठक हुई। करीब दो घंटा बीस मिनट तक सीएम अशोक गहलोत ने मैठक की। इस बैठक में भी सीएम गहलोत विधानसभा का सत्र बुलाने पर अड़े रहने की बात की है। वह बहुमत साबित करने की जिद पर अड़े हैं।
वहीं, इस मामले में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के त्यागपत्र की मांग की। बेनीवाल ने ट्वीट किया है, ‘‘मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा आज राजभवन पर उँगली उठाई गई जो पूर्ण रूप से अनुचित और अलोकतांत्रिक है।"
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री को नैतिकता के नाते स्वयं आगे आकर त्यागपत्र दे देना चाहिए। बेनीवाल के अनुसार, ‘‘अल्पमत वाली कांग्रेस सरकार के मुखिया गहलोत अपनी पार्टी के आंतरिक कलह को बौखलाहट में अब जग जाहिर कर रहे। उन्होंने राजभवन तथा राज्यपाल महोदय के पद की गरिमा को भुलाकर जिस तरह असंसदीय भाषा का प्रयोग किया वह निंदनीय है।’’
बता दें कि इससे पहले राजस्थान हाईकोर्ट की ओर से विधानसभा स्पीकर के नोटिस पर स्टे लगा दिया गया है। अब अगली सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में होनी है तब तक स्पीकर विधायकों को अयोग्य घोषित नहीं कर सकते हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी विधायकों के साथ राजभवन पहुंचकर राज्यपाल से विधानसभा सत्र बुलाने की अपील की, तो राज्यपाल कलराज मिश्र ने अभी कोरोना संकट का हवाला देते हुए इनकार कर दिया है।
(पीटीआई से इनपुट)