नई दिल्लीः देश की अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर हमला करने के बाद राहुल गाँधी ने युवाओं के रोज़गार का मुद्दा उठाया और सरकार पर ताबड़तोड़ हमला किया।
राहुल ने ट्वीट किया, "मोदी सरकार, रोज़गार बहाली, परीक्षा के परिणाम दो, देश के युवाओं की समस्या का समाधान दो।" ग़ौरतलब है कि 12 करोड़ से अधिक लोग बेरोज़गार हो चुके हैं। लगभग ढाई लाख सरकारी नौकरियाँ खाली हैं और अधिक आवेदन करता इनके लिए आवेदन कर चुके हैं जिनसे सरकार ने 1000 करोड़ से अधिक की फीस वसूल ली है लेकिन आज तक उसका कोई नतीजा इन युवाओं को नहीं मिल सका है।
युवाओं के रोज़गार को लेकर प्रियंका गाँधी भी पीछे नहीं रहीं। उन्होंने सरकार से पूछा कि 2017 में एसएससी की भरतियों में अभी तक नियुक्तियां क्यों नहीं हुई हैं। 2018 में सीजीएल का परीक्षा परिणाम घोषित क्यों नहीं हुआ और इसी की 2019 में परीक्षा तक आयोजित नहीं की गयी।
प्रियंका ने ट्वीट किया, "भर्ती निकले तो परीक्षा नहीं, परीक्षा हो तो रिजल्ट नहीं और रिजल्ट आये तो नियुक्तियां नहीं।" प्रियंका का मानना था कि सरकार युवाओं के भविष्य से खेल रही है। पार्टी के प्रवक्ता गौरव बल्लव ने सरकारी आंकड़े पेश करते हुए यह साबित करने की कोशिश की कि रोज़गार देने का जो वादा प्रधानमंत्री मोदी ने किया था, वे उसे दूर दूर तक पूरा नहीं कर पाए हैं। पार्टी लगातार विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार पर हमलावर है और अब इनको संसद में उठाने की रणनीति बनाने में जुटी है।