पटना: कोरोना संकट के बीच बिहार में चुनावी सियासत तेज हो गई है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों एक-दूसरे पर हमले कर रहे हैं. राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के 73 वें जन्मदिन के मौके पर बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने लालू परिवार को लेकर बड़े आरोप लगाये हैं. मंत्री नीरज कुमार ने सवाल पूछा है कि लालू परिवार में तरुण यादव कौन है? जिसके नाम पर जमीन की रजिस्ट्री हुई है.
उन्होंने कहा कि 1989 में तेजप्रताप का जन्म होता है आप नाबालिक के नाम से जमीन लिखवा लिए? नीरज ने साथ ही आरोप लगाए कि कई जमीन लालू ने अपने बेटे तरुण यादव के नाम लिखवाई हैं. नीरज कुमार ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि तरुण यादव कौन हैं? तरुण यादव के भी पिता का नाम लालू यादव हैं. तरुण यादव का पता भी वहीं है जो लालू यादव का है.
'लालू यादव ने नटवर लाल को भी छोड़ा पीछे'
नीरज कुमार ने कहा कि तरुण यादव ने कौन सा गुनाह किया जिसकी उसे सजा मिली. बेटे के गार्जियन के तौर पर पिता का नाम क्यो नहीं लिखा. यह बाल उत्पीड़न का यह मामला बनता है.
नीरज ने पूछा कि बेटे के गार्जियन के तौर पर पिता का नाम क्यो नहीं लिखा? उन्होनें कहा कि लालू यादव ने नटवर लाल को भी पीछे छोड़ दिया है. ऐसा कोई सगा नहीं है जिसे लालू यादव ने ठगा नहीं है. नीरज कुमार ने कहा कि लालू यादव ने जमीन के लिए अपने परिवार के लोगों को भी नहीं बख्शा, गांव के लोगों से भी जमीन लिखा लिया.
नीरज कुमार ने कहा कि आज लालू प्रसाद यादव का जन्मदिन है इसलिए उनके बारे में बताना जरूरी है. नीरज कुमार ने कहा कि जमीन अपने नाम से लिखवा लिया और सब को जमीन के बदले ग्रुप डी में अलग अलग विभाग में नौकरी दिला दिया.
'लालू परिवार दे जवाब'
जेडीयू नेता ने कहा कि लालू के कारनामे देख लीजिए. बेनामी संपत्ति कैसे हड़पते थे? तेजप्रताप जी के नाम से यह दस्तावेज है. उन्होंने कहा कि लालू यादव ने अपने शासन काल में एक जमीन की रजिस्ट्री कराई थी. जिसमें उनके बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव और तरुण यादव का नाम दर्ज है. आखिर ये तरूण यादव है कौन? लालू प्रसाद यदव के परिवार में कोई तरूण यादव है नहीं तो फिर इस नाम का कौन व्यक्ति है. इसका जवाब लालू परिवार को देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव की संपत्ति की दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि फुलवरिया की इस जमीन के कागजात पर तरुण यादव का नाम लिखा है. जिसपर पेसर (गार्जियन) के तौर पर लालू यादव का नाम लिखा है. उन्होंने कहा है कि लालू यादव की कौन-कौन सी करतूत बताई जाए? उसकी फेहरिस्त इतनी लंबी है कि उसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है. लालू यादव वाकई में नटवर लाल हैं, जो अपने गांव के लोगों को भी नहीं छोडे और नौकरी के नाम पर जमीन लिखवा ली.