बिहार विधानसभा चुनावः पूर्व DGP सुनील कुमार जदयू में शामिल, सांसद ललन सिंह बोले- राजद में भगदड़
By एस पी सिन्हा | Updated: August 29, 2020 16:16 IST2020-08-29T16:16:41+5:302020-08-29T16:16:41+5:30
पार्टी के वरिष्ठ नेता व सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. इसके साथ ही राजद नेता हर्षवर्धन सिंह भी जदयू में शामिल हो गये. इस मौके पर ललन सिंह ने राजद पर हमला बोलते हुए कहा कि राजद में भगदड़ मची हुई है. ललन सिंह ने कहा कि राजद में कोई रहना नहीं चाह रहा है.

सांसद ने कहा कि सुनील कुमार की पहचान दलित कार्ड के रूप में नहीं है. इनकी छवि एक ईमानदार आईपीएस अधिकारी की रही है. (file photo)
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले हर राजनीतिक दल अपना कुनबा मजबूत करने में जुटा है. इसी कड़ी में जदयू ने कुछ लोगों को सदस्यता दिलाई है. इसी दौरान पूर्व डीजीपी सुनील कुमार आज जदयू में शामिल हो गये.
पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में पार्टी के वरिष्ठ नेता व सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. इसके साथ ही राजद नेता हर्षवर्धन सिंह भी जदयू में शामिल हो गये. इस मौके पर ललन सिंह ने राजद पर हमला बोलते हुए कहा कि राजद में भगदड़ मची हुई है. ललन सिंह ने कहा कि राजद में कोई रहना नहीं चाह रहा है.
राजद के कई लोग अबतक पार्टी में शामिल हो चुके है और आगे भी जदयू में शामिल होने के लिए कई लोग कतार में है. अगर आज हम गेट खोल दे तो बड़ी संख्या में लोग जदयू में शामिल हो जायेंगे. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को आडे़ हाथों लेते हुए कहा कि तेजस्वी सत्ता में आने का मुंगेरी लाल का हसीन सपना देख रहे है, लेकिन उनका यह सपना कभी पूरा नहीं होने वाला है.
बिहार की जनता उनके माता-पिता के 15 सालों को देख चुकी है. वह फिर से कभी उस दौर में नहीं जायेगी. सांसद ने कहा कि सुनील कुमार की पहचान दलित कार्ड के रूप में नहीं है. इनकी छवि एक ईमानदार आईपीएस अधिकारी की रही है. इन्होंने पुलिस सेवा में रहते हुए पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्य का पालन किया है और अब ये सेवानिवृत होने के बाद समाज की सेवा करना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार दलितों के सच्चे हितैषी हैं उन्हें किसी दलित कार्ड की जरुरत नहीं है. उन्होंने कहा कि सुनील कुमार पुलिस सेवा के कई महत्वपूर्ण पद पर रहे हैं. अपनी काबिलियत और निष्ठा के बल पर ये इतना आगे बढे़. रिटायरमेंट के बाद इन्होने जदयू जॉइन करने की इच्छी जताई, जो काफी खुशी की बात है.
यहां बता दें कि वर्ष 1987 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी सुनील कुमार की छवि एक तेज तर्रार आईपीएस ऑफिसर की रही है. वे पटना के सीनियर एसपी के अलावा एडीजी पुलिस मुख्यालय और डीजी होमगार्ड, डीजी अग्निशमन सह महादेष्टा के बाद बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं.
गोपालगंज से ताल्लुक रखने वाले सुनील कुमार के भाई अनिल कुमार भी इसी जिले से कांग्रेस के विधायक हैं. पिछले ही माह 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हुए सुनील कुमार अब 29 अगस्त से जदयू के साथ अपनी सियासी पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं. ललन सिंह ने कहा कि पहले ये पुलिस सेवा में रहकर समाज की सेवा करते थे अब राजनीति में रहकर समाज सेवा की सेवा करने का मन बराया है.
पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद आईपीएस सुनील कुमार ने कहा कि 3 दशक तक हमने बिहार में काम किया. पटना में एसएसपी से लेकर डीजी के पदतक काम करने का मौका मिला. हमने पूरी ईमानदारी से अपना काम किया.
उन्होंने कहा कि पुलिस सेवा से सेवानिवृत होने के बाद हमारी इच्छा थी कि नीतीश कुमार के साथ काम करू. इसके पीछे वजह यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कभी भी क्राइम या भ्रटाचार से समझौता नही किया. सुनील कुमार ने कहा कि पार्टी की ओर से जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, उसपर काम करूंगा. सुनील कुमार विधान सभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं, अभी तक खुलासा नहीं किया है.