जयपुर: राजस्थान में राजनीतिक घटनाक्रम के बीच सोमवार शाम (10 अगस्त) को बड़ा फेरबदल उस वक्त देखने को मिला, जब सीएम अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत करने वाले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके खेमे के बागी विधायक कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मिले। इस घटना पर अब अशोक गहलोत ने एक मीडिया चैनले से बात करते हुए आज (11 अगस्त) कहा है अगर पार्टी हाईकमान ने बागी विधायकों को माफ करने का फैसला किया है तो वह उन लोगों का गर्मजोशी से गले लगाकर स्वागत करेंगे।
नाराज विधायकों को संतुष्ट करना मेरी जिम्मेदारी: अशोक गहलोत
एनडीटीवी के रिपोर्ट के मुताबिक अशोक गहलोत ने कहा है कि ये उनकी भी जिम्मेदारी बनती है कि वह बागी विधायकों की शिकायत को दूर करें। बागी विधायकों द्वारा दिए गए बयान और कृत्यों के बारे में पूछा गया तो सीएम गहलोत ने कहा, अगर पार्टी नेतृत्व ने बागी विधायकों को माफ करने का फैसला किया तो वे उनको गले लगाएंगे।
अशोक गहलोत ने कहा, "अगर कोई भी विधायक मुझसे नाराज है, तो यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं उसकी बातों को सुनो। गहलोत ने कहा कि बागी गुट के विधायकों को क्या आश्वासन दिया गया है, ये आलाकमान ही बता सकता है।
सीएम गहलोत ने आपको निकम्मा कहा था, देखिए सचिन पायलट ने इसका क्या जवाब दिया
जब मीडिया से सचिन पायलट ने पूछा कि आपको सीएम गहलोत ने निकम्मा कहा था? इस पर सचिन पायलट ने कहा, मैंने अपने परिवार से कुछ संस्कार हासिल किए हैं। कितना भी मैं किसी का विरोध करुं किसी भी दल का नेता हो मेरा कट्टर दुश्मन भी हो। मैंने कभी ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं किया। अशोक गहलोत जी उम्र में मुझसे काफी बड़े हैं और व्यक्तिगत रूप से मैंने उनका सम्मान ही किया है।
हालांकि मीडिया द्वारा बार-बार पायलट को निकम्मा बताने वाले सवाल को सीएम अशोक गहलोत ने टाल दिया और उसपर कोई जवाब नहीं दिया है।
सचिन पायलट से मुलाकात के बाद कांग्रेस ने बनाई तीन सदस्यीय समिति
सचिन पायलट से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के मुलाकात के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तीन सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला किया ताकि पायलट और उनके समर्थक विधायकों द्वारा उठाए गए मुद्दों का उचित समाधान किया जा सके। तीन सदस्यीय समिति के गठन का फैसला होने के बाद प्रदेश में सियासी संकट अब खत्म होता नजर आ रहा है। सचिन पायलट की कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी में उनकी वापसी का स्वागत किया है।