1 / 7Solar Eclipse 2019: इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को पूरे देश में देखा गया। 2 / 7इस अद्भुत खगोलीय घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी उत्सुकता दिखाई और तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर भी की।3 / 7इस सूर्य ग्रहण को भारत समेत कई देशों में देखा गया। ये वलयाकार सूर्य ग्रहण था।4 / 7हालांकि, क्या आप जानते हैं कि सूर्य ग्रहण लगने के पीछे का वैज्ञानिक कारण क्या है?5 / 7विज्ञान की भाषा में कोई भी ग्रहण तभी लगता है जब कोई ग्रह या चंद्रमा अपनी कक्षा में घूमते सूरज के सामने आ जाता है।6 / 7सूर्य ग्रहण तभी लगता है जब चंद्रमा घूमते हुए सूरज और पृथ्वी के बीच आ जाता है। इसका सीधा मतलब ये हुआ कि दिन के समय चंद्रमा जब भी घूमते हुए सूरज और पृथ्वी के बीच से होकर गुजरता है तो हमें सूर्य ग्रहण देखने को मिलता है।7 / 7पूर्ण सूर्य ग्रहण धरती पर कहीं न कहीं करीब हर डेढ़ साल में एक बार लगता है जबकि आंशिक सूर्य ग्रहण धरती पर साल में कम से कम दो बार लगता है।