1 / 5सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के दिन को हर साल मकर संक्रांति के पर्व के रूप में मनाया जाता है। हर साल ये पर्व 14 जनवरी को मनाया जाता है हालांकि कभी-कभी ग्रहों के चाल में अंतर के कारण 15 जनवरी को भी इसे मनाया गया है। इस बार हालांकि, ये 14 जनवरी को ही है।2 / 5इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और फिर दान देने की परंपरा है। साल के इस बेहद विशेष दिन क्या करें और क्या नहीं करें, इसका भी ख्याल रखा जाना चाहिए। 3 / 5मकर संक्रांति का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है और देश के कई हिस्सों में अलग-अलग तरीकों से इसे मनाया जाता है। इस दिन सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं। उत्तरायण को देवताओं का दिन भी कहा गया है। हर वर्ष की तरह मकर संक्रांति 2021 में भी 14 जनवरी को मनाई जाएगी। मकर संक्रांति, स्नान,दान और जप-तप करने का दिन होता है। 4 / 5इस बार मकर संक्रांति पर पुण्य काल प्रातः 8.30 बजे से शाम 5.46 तक रहेगा। यानि पुण्य काल लगभग आठ घंटे का होगा। इस समयावधि में जो भी दान किया जाता है, उसका कई गुना ज्यादा शुभ फल प्राप्त होता है। 5 / 5इस साल 2021में मकर संक्रांति पर सूर्य के साथ चंद्रमा, शनि, बुध और गुरु ग्रह भी मकर राशि में होंगे। इसलिए जानकारों का मानना है कि इस बार की मकर संक्रांति तिथि बहुत ही शुभफलदायी है।