बैसाखी पर कोरोना का साया, गुरुद्वारों में पसरा सन्नाटा, तस्वीरों में देखें कैसे मनाया जा रहा यह त्योहार

By मेघना वर्मा | Published: April 13, 2020 03:12 PM2020-04-13T15:12:22+5:302020-04-13T15:12:22+5:30

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आज बैसाखी का पावन पर्व है मगर कोरोना का असर इस रंग-बिरंगे त्योहार पर भी देखने को मिला।

बैसाखी को किसानों का पर्व भी कहा जाता है। बताया जाता है कि इस दिन सिक्खों के 10वें गुरु गोविंद सिंह जी ने इस दिन खालसा पंत की स्थापना की थी।

हर साल इस पर्व पर गुरुद्वारे पर जमकर भीड़ उमड़ती है मगर इस साल लॉकडाउन की वजह से हर जगह सन्नाटा पसरा रहा।

लोगों ने अपने घरों में रहकर बैसाखी का पर्व मनाया जो देश में कोरोना की स्थिती देखते हुए उचित भी है।

लोक कथाओं के अनुसार साल 1699 में सिक्खों के अंतिम गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंत की स्थापना की थी।

गुरु गोविंद सिंह ने अपने पांचों शिष्यों को अमृत का पान कराया और कहा था कि वे अब सिंह कहलाएंगे।

बैसाखी का पर्व देश भर में मनाया जाता है मगर पंजाब और हरियाणा में इसकी अलग धूम देखने को मिलती है।