देवशयनी एकादशी 29 जून को, इस व्रत को करने से पहले न भूलें ये 4 नियम

By रुस्तम राणा | Published: June 26, 2023 06:41 PM2023-06-26T18:41:49+5:302023-06-26T18:41:49+5:30

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Devshayani Ekadashi 2023: देवशयनी एकादशी व्रत 29 जून को रखा जाएगा। यह व्रत हर साल आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन रखा जाता है। मान्यता है कि भगवान विष्णु इसी एकादशी तिथि से अगले चार माह तक निद्रासन में चले जाते हैं। इसलिए शास्त्रों में इसे हरिशयनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है।

धार्मिक दृष्टि से यह एकादशी तिथि बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसी दिन से ही चतुर्मास प्रारंभ हो जाते हैं और चतुर्मास की अवधि में मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। देवशयनी एकादशी के दिन कुछ विशेष कार्यों का विचार किया जाता है। आइए जानते हैं क्या हरिशयनी एकादशी से जुड़े नियम -

1.  देवशयनी एकादशी के दिन आप भगवान विष्णु को खीर का भोग लगाएं। खीर में तुलसी का पत्ता डाल दें। इससे श्रीहरि विष्णु आप पर प्रसन्न होंगे और मनोकामनाएं पूरी होंगीष ध्यान रखें कि एकादशी के दिन तुलसी का पत्ता न तोड़ें। एक दिन पहले तोड़ सकते हैं।

2. हरिशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु का पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए। कहते हैं पंचामृत जगत के पालनहार को बेहद प्रिय है। प्रसाद के रूप में भी पंचामृत को ग्रहण करना चाहिए। इससे आप पर भगवान विष्णु की कृपा होगी। धन-धान्य में वृद्धि के साथ मनोकामनाएं भी पूर्ण होंगी।

3. देवशयनी एकादशी के दिन दक्षिणावर्ती शंख की पूजा करने से जातकों को अनेक प्रकार के लाभ मिलते हैं। साथ ही पूजा के पश्चात पीले चावल, चने की दाल, केला, गुड़, पीले वस्त्र आदि का दान करना भी अत्यंत लाभकारी होता है। इससे आपके जीवन में सुख-समृद्धि की कामना पूर्ण होती है।

4. हरिशयनी एकादशी के दिन पीपल के वृक्ष को जल अर्पित करना चाहिए। इसके बाद वृक्ष के नीचे घी का दीपक जलाना चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है। ऐसा करने से आप पर भगवान विष्णु की कृपा दृष्टि बनी रहेगी।